हरियाणा में अंबाला जिले के गांव नसीरपुर में सोमवार को पुलिस प्रशासन की टीम मकान पर कब्जा दिलाने पहुंची। कार्रवाई के दौरान पहले की तरह कोई हंगामा न हो इसलिए भारी पुलिस बल तैनात रहा। यहां तहसीलदार ने कोर्ट के आदेश पर अजैब सिंह को कब्जा दिलाया।
बता दें कि कोर्ट के आदेश पर 23 नवंबर को फील्ड कानूनगो कुलविंदर सिंह, पटवारी और पुलिस की टीम के साथ गांव नसीरपुर में मकान खाली कराने गई थी। यहां मकान मालिक जग्गा राम व उसके परिवार ने घर का मेन गेट बंद करके मकान में आग लगा दी। धुएं में दम घुटने से जग्गा राम बेसुध भी हो गए थे।
आत्महत्या का किया था प्रयास
आरोप है कि परिवार के सदस्यों ने जबरदस्ती मकान से निकालने पर आत्मदाह करने की धमकी दी थी। यही नहीं, जग्गा सिंह ने आत्महत्या का प्रयास भी किया था। सेक्टर-9 थाना पुलिस ने फील्ड कानूनगो की शिकायत पर जग्गा राम के खिलाफ धारा 186,188,309,511 के तहत केस दर्ज किया था।
कोर्ट में 17-18 साल से चल रहा था केस
अजैब सिंह ने बताया कि करीब 17-18 साल पहले उसने जग्गा राम से 2 लाख 10 हजार रुपए में मकान खरीदा था। 80 हजार रुपए बयाना भी दिया था, लेकिन जग्गा राम ने मकान की रजिस्ट्री नाम नहीं कराई। कोर्ट ने 1.30 लाख रुपए जमा कराने के बाद उसके नाम रजिस्ट्री कराई, लेकिन जग्गा ने मकान से कब्जा नहीं छोड़ा। अजैब सिंह ने बताया कि जग्गा ने उसके खिलाफ झूठा केस भी दर्ज कराया।
कोर्ट ने 6 दिसंबर तक का दिया था समय
तहसीलदार ने बताया कि 23 नवंबर को फील्ड कानूनगो कब्जा नहीं दिला पाए थे। प्रार्थी अजैब सिंह द्वारा कोर्ट में अर्जी दायर की गई थी, जिसके बाद कोर्ट ने प्रशासन को 6 दिसंबर तक कब्जा दिला कर रिपोर्ट सौंपने का समय दिया था। आज कोर्ट के आदेश पर अजैब सिंह को कब्जा दिलाया गया है।किराएदार बोला-थोड़ा समय दिया जाए। मकान में रह रहे किराएदार ने कहा कि उन्होंने कोर्ट से स्टे लिया हुआ है ताकि वह अपनी कहीं कोई व्यवस्था कर सके। कार्रवाई के दौरान मकान में रखी अलमारी का लॉक नहीं खुला तो कारीगर को बुला लॉक खुलवाया गया।
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