पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
सोमवार को कैंट के द एसडी विद्या स्कूल के अभिभावक डीईओ ऑफिस में पहुंच गए। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल 50 प्रतिशत वार्षिक चार्ज मांग रहा है और न देने पर रिजल्ट जारी नहीं कर रहा। रोष जताने के लिए अभिभावक काफी देर तक फर्श पर बैठे रहे और मौके पर ही स्कूल के खिलाफ एक्शन लेने की मांग करने लगे।
डीईओ सुरेश कुमार ने मामले की जांच बीईओ ब्लाॅक-टू रेणु अग्रवाल को सौंपकर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। लगातार आ रही शिकायताें को देखते हुए डीईओ ने सोमवार को सभी स्कूलों के लिए पत्र जारी कर दिया कि सिर्फ ट्यूशन फीस लें और किसी का रिजल्ट न रोकें।
द एसडी विद्या की प्रिंसिपल बोलीं-50 प्रतिशत वार्षिक चार्ज तो लेंगे ही, चाहे कोई ऑडिट करवा ले | द एसडी विद्या स्कूल के अभिभावकों ने कहा कि उनसे 2020-21 सत्र का 50% वार्षिक चार्ज मांगा जा रहा है, जबकि वह सरकार के निर्देशानुसार मंथली ट्यूशन फीस भर रहे हैं। काेराेना की वजह से किसी की नाैकरी चली गई है तो किसी का बिजनेस ठप हुआ। स्कूल ने फीस न देने पर रिजल्ट राेक लिया है।
स्कूल डायरेक्टर एवं प्रिंसिपल नीलइंद्रजीत संधू का कहना है कि अभिभावकों को अलग-अलग बुलाकर रिजल्ट दे रहे हैं। स्कूल का जितना वार्षिक खर्च हुआ है, उसका 50% वार्षिक चार्ज लिया जा रहा है। चाहे तो स्कूल का ऑडिट करवा सकते हैं। 2019-20 सत्र के हिसाब से ही फीस ली है। न तो फीस बढ़ाई, बल्कि 50 प्रतिशत वार्षिक चार्ज में छूट दी है। अभिभावक किस्ताें में पैसा दे सकते हैं।
अभिभावकाें से सिर्फ ट्यूशन फीस लें, वार्षिक चार्ज नहीं: डीईओ
डीईओ सुरेश कुमार ने सभी प्राइवेट स्कूलों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि 2020-21 सत्र के लिए सभी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से केवल मासिक ट्यूशन फीस ली जानी है। अगर स्कूल प्रबंधक या प्रिंसिपल इन आदेशाें को नहीं मानते तो वह स्वयं जिम्मेदार हाेंगे। विद्यार्थियाें से 2020-21 सत्र की सिर्फ बकाया में ट्यूशन फीस ही ली जाए। यदि किसी विद्यालय द्वारा ऐसा काेई अन्य शुल्क लिया गया है तो वह समायोजित किया जाए। निर्देश न मानने वाले स्कूलों पर कार्रवाई होगी।
प्रबंधक ये जान लें - जो अभिभावक आज फर्श पर बैठे हैं, उन्हीं की वजह से आपका स्कूल अर्श पर होता है
सेसिल प्रबंधक बोले-विभाग कहेगा तो फीस रिफंड या एडजस्ट होगी
कैंट के सेसिल कान्वेंट स्कूल के अभिभावकों ने डीईओ से शिकायत की कि जो अभिभावक स्कूल को पहले ही वार्षिक चार्ज समेत पूरी फीस दे चुके हैं, उन्हें रिफंड दिलाया जाए। वहीं सेसिल कान्वेंट स्कूल के चेयरमैन सुधीर विंदलस का कहना है कि स्कूल विभाग के आगामी निर्देशाें तक सिर्फ ट्यूशन फीस ही लेगा। कुछ अभिभावकों ने पहले ही पूरी फीस भर दी थी। विभाग निर्देश देता है तो अभिभावकों को उनका पैसा रिफंड या फीस में एडजस्ट किया जाएगा।
सीएम ट्विटर पर भी स्कूलों के खिलाफ शिकायतों का अंबार
कैंट के भारतीय पब्लिक स्कूल की शिकायत हुई कि स्कूल फीस में किसी भी तरह की छूट नहीं दे रहा है। जबकि सरकार ने पिछले साल की ट्यूशन फीस के समान ही जमा करने के निर्देश हैं, लेकिन स्कूल मानने तो तैयार नहीं।
बराड़ा के मॉडर्न एजुकेशन सीनियर सेकेंडरी स्कूल अधोया की शिकायत हुई कि प्रिंसिपल ने बच्चाें के स्कूल छाेड़ने का प्रमाण पत्र (एसएलसी) भी देने से मना कर दिया।
सिटी में एक युवक ने शिकायत कि कि उसकी बहन 11वीं में माजरी के सरकारी स्कूल में पढ़ती है। स्कूल ने एडमिशन के टाइम काेई फीस नहीं ली। अब पूरी फीस मांगी जा रही है। काेराेना के चलते अगर फीस नहीं ली गई तो क्या अब पूरे साल की फीस का बाेझ डाला जा रहा है।
नारायणगढ़ क्षेत्र के गांव नगला राजपूताना के सरकारी स्कूल में अवैध खाेखा रखने की शिकायत भी पहुंची। जिसमें बच्चाें को किताबें, पैंसिल बेचने के साथ तंबाकू भी बेचने का आरोप है।
कैंट के मेजर आरएन कपूर डीएवी स्कूल की शिकायत हुई कि अभिभावकों ने कहा कि वह वार्षिक चार्ज मांग रहा है। बीईओ को शिकायत के बाद भी काेई कार्रवाई नहीं हुई।
पॉजिटिव- आज मार्केटिंग अथवा मीडिया से संबंधित कोई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है, जो आपकी आर्थिक स्थिति के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। किसी भी फोन कॉल को नजरअंदाज ना करें। आपके अधिकतर काम सहज और आरामद...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.