अटल मिशन ऑफ रेजूवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफोर्मेशन (अमरुत) योजना के तहत कैंट में 23 करोड़ रुपए का स्ट्रॉम वॉटर प्रोजेक्ट भी समय पर पूरा नहीं हो पाया है। नगर परिषद ने 15 नोटिस के बाद अब 6 जनवरी को बृज गोपाल कंस्ट्रक्शन (बीजीसी) कंपनी के साथ हुए एग्रीमेंट पर क्लॉज टू लगा कर फाइनल नोटिस थमा दिया है, क्योंकि एजेंसी का काम बहुत ही धीरे है।
24 नवंबर 2020 से लेकर 23 नवंबर 2021 तक एजेंसी 34.80 किलो मीटर में से 9.67 किलोमीटर स्ट्रॉम ड्रेनेज पाइप लाइन ही डाल पाई है। नगर परिषद ने बीजीसी कंपनी को 31 जनवरी 2022 तक 12 किलोमीटर ड्रेनेज पाइप लाइन डालने को कहा है। यदि एजेंसी समय पर काम पूरा नहीं कर पाई तो अधिकतम प्रोजेक्ट की कीमत पर न्यूनतम 3 व अधिकतम 10 प्रतिशत तक जुर्माना लग सकता है।
कंपनी ने नगर परिषद को पत्र लिख कर स्ट्रॉम वॉटर प्रोजेक्ट की समय सीमा दिसंबर 2022 तक बढ़ाने की मांग की थी। जिसे नगर परिषद के अधिकारियों ने शहरी एंड स्थानीय निदेशालय चंडीगढ़ में चीफ इंजीनियर के पास मंजूरी के लिए भेज दिया था। बताया जा रहा है कि एजेंसी को 30 जून 2022 तक समय सीमा देने पर विचार किया जा रहा है।
कंपनी को इन तारीखों में दिए गए हैं नोटिस
बीजीसी कंपनी को नगर परिषद ने पहला नोटिस 18 जनवरी 2021 को जारी किया था। इसके बाद अप्रैल में 2, जून व जुलाई में 3, अगस्त व सितंबर में 2, अक्टूबर व नवंबर में कुल 4 नोटिस दिए गए थे। लेकिन एजेंसी क्रॉस रोड जीरो से चार क्रॉस रोड तक का काम ही पूरा नहीं कर पाई है। एडीसी कम एडमिनिस्ट्रेटर सचिन गुप्ता व डीसी भी इस प्रोजेक्ट को आकर चेक कर चुके हैं। प्रशासन के आदेशों के बावजूद कंपनी ने न तो काम में तेजी दिखाई और न ही लेबर की संख्या बढ़ाई है।
कंपनी को हर रोज औसतन 93.15 मीटर पाइप डालनी थी लेकिन डाली 25 मीटर
बीजीसी कंपनी को एक साल में कैंट के सदर बाजार क्षेत्र के 140 नाले नालियों को (साढ़े 34 किलोमीटर) की जगह ड्रेनेज पाइप लाइन डालनी थी। इसका मतलब यह है कि कंपनी को 100 मीटर प्रतिदिन के हिसाब से ड्रेनेज पाइप लाइन डालनी थी। लेकिन औसतन 25 मीटर ही ड्रेनेज डाली। सीएम सिटी करनाल में कंपनी ने 90 किलोमीटर अंडरग्राउंड पाइप लाइन दो साल में डाली है। कैंट में प्रोजेक्ट की बात करें तो एजेंसी को आउटर लार्ज रोड (आलू गोदाम से लेकर गांधी मार्केट के पीछे) से गुड़गुड़िया नाले तक 12 क्रॉस रोड के 140 नाले-नालियों को अंडर ग्राउंड करना है।
31 तक 12 किमी. लाइन डालने का टारगेट: एक्सईएन
बीजीसी कंपनी को फाइनल नोटिस देकर 31 जनवरी तक का टारगेट दिया गया है, जिसमें कंपनी को 12 किलोमीटर पाइप लाइन डालने का काम करना होगा। यदि टारगेट पूरा नहीं हुआ तो एजेंसी पर कार्रवाई की जाएगी। एजेंसी को पहले भी नोटिस दिए थे और काम की गति बढ़ाने व पाइप लाइन डालने वाली लेबर की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए थे। आम जनता को दिक्कत न हो। इसलिए कंपनी से एक-एक रोड का काम पूरा कराया जा रहा है। - विकास धीमान, एक्सईएन, नगर परिषद अम्बाला कैंट।
जमीन से निकल रहा पानी, थड़े बने मुसीबत : इंजीनियर
जब भी पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई करते हैं तो पानी जमीन से निकल आता है। लोगों ने सीवरेज लाइन से अपने कनेक्शन नहीं जोड़ रखे हैं ,उन्होंने नालों में पाइप डाल रखे हैं। लोगों व दुकानदारों के घरों के नीचे से नाले गुजर रहे हैं, थड़े बने हुए हैं। इसके अलावा जहां पर सीवरेज लाइन नहीं है, वहां पर जलापूर्ति विभाग सीवरेज डालने का काम शुरू तो करता है लेकिन दो महीने तक उसे पूरा नहीं करता। - नव जीवन, साइट इंजीनियर, बीजीसी कंपनी
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