पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
प्रशासन पूंडरी मंडी को बारदाना मुक्त करने की घोषणा कर चुका है। किसानों के विरोध के बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जो किसान मंडी में फसल डालना चाहे डाल सकता है। किसानों के दबाव में प्रशासन ने नरम रुख तो अपनाया, लेकिन मंडी में फसल डालने वाले किसानों के सामने मुश्किलें कम नहीं है।
मंगलवार को 300 किसानों के पास फसल लेकर आने का मैसेज पहुंचा था। जिनमें से 180 किसान फसल लेकर पहुंचे। कुछ किसानों ने गेहूं मंडी में बेचने के लिए डाल दी, जबकि करीब 70-80 किसान अपने अनाज को साइलो गोदाम लेकर जाना चाहते थे। जिनमें से छह-सात किसानों की गेहूं को पास किया।
मंगलवार को 439 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई। सिर्फ साइलो गोदाम गेहूं लेकर जाने वाले किसानों की फसल बिकी, जबकि मंडी में फसल डालने वाले सभी किसानों की गेहूं रिजेक्टर कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि गेहूं में नमी ज्यादा है। दूसरी तरफ साइलों गोदाम गेहूं लेकर जाने वाले जिन किसानों की फसल रिजेक्ट हुई अब वापस भेज दिया। वे किसान अपनी फसल को सूखाकर दोबारा लेकर आएंगे।
कई किसान जिनके पास मैसेज आये हुए थे और उनकी फसल तैयार नहीं थी तो वे मार्केट कमेटी के ई-पोर्टल पर गेहूं बिक्री के लिए शेड्यूल बदलवाने के लिए गए तो पोर्टल में बदलाव ही नहीं हो सका। जिसके चलते अब उन्हें चिंता सता रही है कि उनकी फसल आगे कैसे बिकेगी।
उधर मंडी में ढेरी लेकर पहुंचे किसानों में इस बात का रोष है कि वे साइलो गोदामों में फसल ले जाने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि उनके पास साधन नहीं हैं। जिस कारण वे मंडी में फसल लेकर आए हैं। किसान बलवान सिंह, जितेंद्र, रामपाल सिंह, सिंहारा सिंह, लखा सिंह हाबड़ी, राजाराम व रोशनलाल ने बताया कि सरकार दावा करती है कि मंडियों को खत्म नहीं किया जाएगा।
मंडी में फसल लेकर आए तो अधिकारी कह रहे है कि पूंडरी मंडी को बारदाना मुक्त रखा जाएगा। किसानों को सीधे साइलो गोदामों में गेहूं को लेकर जाने की बात कही जा रही है। इससे सरकार की मंशा साफ झलकती है कि सरकार धीरे-धीरे मंडियों को खत्म करना चाहती है।
किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि वे किसी भी सूरत में मंडियों को खत्म नहीं होने देंगे। अगर एक या दो दिन में प्रशासनिक अधिकारी फैसला नहीं लेते है कि पूंडरी मंडी में भी गेहूं खरीद की जाएगी तो मजबूरन भाकियू खरीद अधिकारियों का घेराव करेगी और पूरा गेहूं पूंडरी मंडी में डाल दिया जाएगा। मंडी फूडग्रेन डीलर एसोसिएशन के प्रधान ध्यानचंद ने कहा कि खरीद एजेंसी गेहूं खरीद करने में औपचारिकता कर रही है। अधिकतर ढेरियों में कमी निकालकर छोड़ दिया जाता है।
मेरे पास यही निर्देश है कि मंडी को बारदाना मुक्त रखा जाएगा। मंडी में आने वाली गेहूं की भी खरीद की जा रही है। ये संबंधित एजेंसी का काम है कि वो गेहूं मंडी से खुला उठाकर या बारदाने में भरकर ले जाएंगे। मंडी को तो बारदाना मुक्त ही रखा जाएगा।
दीपक कुमार, सचिव मार्केट कमेटी पूंडरी।
^मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों का लगभग 439 क्विंटल गेहूं खरीद किया गया है। जिन किसानों का गेहूं सरकार के मापदंडों के अनुसार 12 प्रतिशत नमी तक है और साफ सूथरा है, वो सभी खरीद किया गया है और सीधा साइलों गोदामों सोलूमाजरा भेजा गया है। जो मंडी में किसानों ने गेहूं डाला हुआ है वो अधिकतर नमी युक्त है। सतपाल खरीद, अधिकारी वेयर हाउस पूंडरी।
Sponsored By
पॉजिटिव- आज मार्केटिंग अथवा मीडिया से संबंधित कोई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है, जो आपकी आर्थिक स्थिति के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। किसी भी फोन कॉल को नजरअंदाज ना करें। आपके अधिकतर काम सहज और आरामद...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.