कृषि योग्य भूमि पर अवैध रूप से रिहायशी कॉलोनियों काट प्लॉट बेचने का कार्य जठलाना के साथ-साथ रादौर में भी चल रहा है। लोगों द्वारा खरीदे गए प्लॉट के बयाने के साथ-साथ तहसील में रजिस्ट्री भी हो रही है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि यह कार्य बिना अधिकारियों की मिलीभगत के नहीं हो सकता। कृषि योग्य भूमि के प्लॉटों की रजिस्ट्री कैसे हो सकती है। यह बड़ा सवाल है।
रादौर में कस्तूरबा गांधी आश्रम के पास कॉलोनाइजर कॉलोनी काट रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यहां पर एक कॉलोनाइजर ने मैरिज पैलेस खरीदा है। उसे तोड़ उक्त भूमि पर रिहायशी व दुकानों के प्लॉट काट बेचे जा रहे हैं। यहां अभी कच्चे रास्ते बनाए गए हैं। यहां प्लॉट खरीद रहे लोगों को हर मूलभूत सुविधाएं देने का आश्वासन दिया जा रहा है।
कागज पर कच्चा नक्शा बना दिखाया जा रहा है। वहीं, इसकी साइड में ही एक दूसरा कॉलोनाइजर करीब आधा एकड़ कृषि योग्य भूमि पर प्लॉट काट बेच रहा है। यहां तो लोगों ने प्लॉट खरीद कंस्ट्रक्शन भी शुरू कर दी है। यहां अभी न तो बिजली की व्यवस्था व न ही सीवरेज लाइन की। गलियां भी कच्ची हैं। लेकिन यहां प्लॉट खरीद रहे लोगों को जल्द ही सभी मूलभूत सुविधाएं देने का ठोस आश्वासन दिया जा रहा है।
लोगों को लुभावने सपने दिखा फंसाया जा रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि कृषि योग्य भूमि पर प्लॉट काटना गैर कानूनी है, लेकिन कॉलोनाइजरों सरेआम ऐसी भूमि पर प्लॉट काट बेच रहे हैं। इसमें बड़ा झोल है। मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
रादौर में कस्तूरबा गांधी आश्रम के पास कृषि योग्य भूमि पर कॉलोनी काटने का मामला संज्ञान में है। मौके की विजिट कर चुके हैं। कॉलोनाइजरों को जल्द नोटिस भेजेंगे। वहीं, कृषि योग्य भूमि पर अवैध रूप से किया गया कंस्ट्रक्शन का कार्य भी उखाड़ा जाएगा। अवैध कार्य करने वालाें के सख्त कार्रवाई होगी।
देशराज पचीसिया, डीटीपी, यमुनानगर
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.