नगरपरिषद प्राॅपर्टी व फर्जी रसीद घाेटाले में आराेपी नप के वाइस चेयरमैन मामनचंद ने रिमांड के दाैरान एसआईटी के सामने घाेटाले के कई राज उगले हैं। नप की जमीन पर जाे चार प्लाॅट गलत रूप से अलाॅट िकए गए हैं, वह मामनचंद ने अलाॅट किए थे और यह सब नप के निलंबित कैशियर संजय बंसल के कहने पर किए गए थे। यह खुलासा पुलिस के सामने खुद मामनचंद ने पूछताछ के दाैरान किया है। पुलिस ने मामनचंद से घाेटाले की कुछ राशि भी रिकवर की है।
एसआईटी मामले में नप के निवर्तमान वाइस चेयरमैन मामनचंद से रिमांड के दाैरान तीन दिन से गहन पूछताछ कर रही है। घाेटाले की रिकवरी के लिए एसआईटी मंगलवार शाम काे मामनचंद काे उसके बताए अनुसार गुरुग्राम व दिल्ली लेकर गई थी और बुधवार दाेपहर काे वापस भिवानी पहुंची। मामनचंद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे नहीं पता था कि नप के प्लाट कहां कहां है। उसे नप के कैशियर संजय बंसल ने बताया था कि नप के कुछ प्लाट ग्वार फैक्ट्री के नजदीक है, वह केवल प्लाॅट अलाॅट करने की परमिशन ले ले, इसके बाद वह आसानी से प्लाट अलाॅट कर सकते हैं।
बताया जाता है कि इसके बाद मामनचंद ने बाकायदा नप से प्लाट अलाॅट की स्वीकृति ली और उसके बाद याेजना अनुसार उनकी रजिस्ट्री करवा कर प्लाॅट अलाॅट कर दिए। प्लाट अलाॅट करने में किस कर्मचारी काे कितने पैसे मिले और मामनचंद के हिस्से में कितनी रकम आई। इस संबंध में अभी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने मामनचंद से घाेटाले की कुछ राशि भी रिकवर की है। लाेहारू राेड आॅटाे मार्केट स्थित नप की दाे दुकानाें का आवंटन भी इसी तरह से किया गया था। मामनचंद ने पुलिस के सामने निलंबित कैशियर संजय बंसल व सुरेश के अलावा नप के कर्मचारी मंजीत व अन्य के भी शामिल हाेने का खुलासा किया है।
तीन दिन पहले मामनचंद ने कोर्ट में किया था सरेंडर
नप के निवर्तमान वाइस चेयरमैन मामनचंद ने साेमवार काे अदालत के सामने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद एसआईटी ने मामनचंद काे प्रॉपर्टी व फर्जी रसीद घाेटाले में अदालत के सामने पेश कर उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर दिया था। पुलिस तीन दिन से मामनचंद से पूछताछ कर रही है और रिमांड अवधि पूरी हाेने पर 27 उसे फिर कोर्ट में पेश करेगी। बताया जा रहा है कि पूछताछ में घाेटाले के संबंध में कुछ और जरूरी सबूत मिले हैं।
संजय-सुरेश काे पुलिस फिर ले सकती है प्राेडक्शन वारंट पर
प्रॉपर्टी घाेटाले में मंजीत व जिन अन्य कर्मियों के नाम सामने आए हैं, उन्हें भी पुलिस पूछताछ के लिए जल्द हिरासत में ले सकती है। संजय बंसल व सुरेश चेक, प्रॉपर्टी व फर्जी रसीद घाेटालाें में जेल में बंद हैं और पुलिस उनसे प्रॉपर्टी व रसीद घाेटाले में पूछताछ कर चुकी है, लेकिन मामनचंद के खुलासे के बाद उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर लेकर फिर पूछताछ की जा सकती है।
पुलिस काे इन सवालों के जवाबों की अभी भी तलाश
. वाइस चेयरमैन मामनचंद ने प्लाट व दुकान अलाॅट करने की किस से परमिशन ली थी। कानूनी रूप से परमिशन सही थी या गलत।
. प्लाट व दुकान अलाॅट करने से कितनी राशि का गबन किया गया था। खरीददाराें से कितनी राशि ली गई और रिकार्ड में कितनी राशि दिखाई गई।
. गबन की गई राशि में से किस काे कितने रुपये मिले आदि अनेक एसे प्रश्न है जिनके जवाब पुलिस काे अभी हासिल करने है।
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