खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण:सुबह से ही आसमान में छायी धुंध, एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 351 तक, एनआईटी क्षेत्र सबसे प्रदूषित

फरीदाबाद5 महीने पहले
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प्रशासन के दावे हवा में, कागजों में काम कर रही नगर निगम की 41 टीमें, बुजुर्गों और बच्चों के लिए पैदा हो गई है खतरनाक स्थिति, कई स्थानों पर चल रहे निर्माण कार्य। - Dainik Bhaskar
प्रशासन के दावे हवा में, कागजों में काम कर रही नगर निगम की 41 टीमें, बुजुर्गों और बच्चों के लिए पैदा हो गई है खतरनाक स्थिति, कई स्थानों पर चल रहे निर्माण कार्य।

शहरवासियाें को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है। मंगलवार को पूरे दिन आसमान में धुंध छायी रही। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स(एक्यूआई) 351 तक पहुंच गया। दिल्ली एनसीआर का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। खास बात ये है कि शहर का सबसे प्रदूषित वाला इलाका न्यू इंडस्ट्रियल टाउनशिप रहा। ये हम नहीं बल्कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बता रहे हैं।

यहां का एक्यूआई 412 रिकार्ड किया गया। हैरानी की बात ये है कि इस बात की जानकारी होने के बाद भी न्यूटाउन एरिया में में प्रदूषण कम करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा। प्रशासन के दावे सिर्फ कागजों में चल रहे हैं। नगर निगम सीमा क्षेत्र के लिए बर्निंग, खुले में निर्माण सामग्री रखने और कूड़ा फैलाने से रोकने के लिए 41 टीमों का गठन किया गया है बावजूद एक भी चालान नहीं हो पाया है।

ये है प्रदूषण के आंकड़े

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर नजर डालें तो मंगलवार की शाम पांच बजे बल्लभगढ़ का एक्यूआई 312 और फरीदाबाद का 351 रिकार्ड किया गया। इनमें सबसे खराब स्थित न्यू इंडस्ट्रियल टाउनशिप की रही। इसके अलावा सेक्टर 16ए के आसपास का एक्यूआई 382, सेक्टर 11 के आसपास का 378 और सेक्टर 30 के आसपास का एक्यूआर्इ 232 रिकार्ड किया गया।

छह स्विपिंग मशीनें, फिर भी सड़कों पर धूल

नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई के लिए छह स्विपिंग मशीनें चलाई जा रही है। बावजूद सड़कों से धूल कम होने का नाम नहीं ले रही। शहर की कोई एेसी सड़क नहीं जिसके सेंट्रल वर्ज पर धूल की परत न जमीं हो। वाहनों के आने जाने से यही धूल उड़कर वातावरण में फैल रहे हैं और आबोहवा बेहद खराब हो रही है।

पूरे शहर में 41 टीमें फिर भी कोई चालान नहीं

कहने को नगर निगम ने पूरे शहर में 41 टीमें लगाई है। ये टीमें चलने वाले निर्माण कार्यों, बर्निंग और कूड़ा फेंकने वालों पर नजर रखेंगी और उनका चालान करेंगी। लेकिन पिछले एक सप्ताह से शहर की हवा बेहद खराब स्थिति में पहुंच गयी है। हर तरफ निर्माण कार्य चल रहे हैं। खुले में निर्माण सामग्री रखे हुए हैं लेकिन निगम की टीमों ने एक भी चालान नहीं किए। चीफ इंजीनियर बीके कर्दम का कहना है कि बुधवार से इसमें तेजी लायी जाएगी। एंटी स्मॉग गन और टैंकरों से लगातार पानी का छिड़काव हो रहा है। अभी कुछ वक्त लग सकता है।

इतने तक मानी जाती है अच्छी

हरियाणाप्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो एक्यूआई जब 0 और 50 के बीच होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है। 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक'। 101 और 200 के बीच 'थोड़ा प्रदूषित। 201 और 300 के बीच 'ख़राब। 301 और 400 के बीच 'बेहद ख़राब। 401 से 500 के बीच गंभीर' माना जाता है।