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संवादहीनता:50 मिनट चौकी में रहीं एसपी, कोई नहीं पहुंचा जनता दरबार में, संगठन बोले- नहीं दी गई सूचना; डीसी से करेंगे शिकायत

फतेहाबाद2 महीने पहले
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बीती 16 मार्च को शहर के सामाजिक संगठनों के साथ हुई डीसी-एसपी की बैठक में संगठनों की मांग पर एसपी ने पुराने सिटी थाने में जनता दरबार लगाने की बात कही थी। ठीक उसी के अनुसार एसपी सोमवार को जनता दरबार लगाने के लिए पुराने सिटी थाने में पहुंची और पूरे 50 मिनट तक शिकायत आने का इंतजार करती रही। लेकिन हैरत की बात है कि बढ़ते क्राइम, नशा और चोरी की वारदातों के विरोध में शहर बंद कर सड़कों पर उतरने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों और शहरवासियों में से कोई एक व्यक्ति भी एसपी के पास शिकायत लेकर नहीं पहुंचा।

हालांकि दूसरी तरफ सामाजिक संगठनों ने जनता दरबार में नहीं आने पर सफाई देते हुए यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि पुलिस ने जनता दरबार की सार्वजनिक तौर पर सूचना नहीं दी वरना वे शिकायतें लेकर जरूर आते। इतना ही नहीं सामजिक संगठनों ने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा जनता दरबार की सूचना नहीं देने के संबंध में वे जल्द ही डीसी जगदीश शर्मा से मिलकर शिकायत करेंगे।

पुलिस चौकी में सोमवार को 4 बजे एसपी आस्था मोदी द्वारा जनता दरबार लगाया गया। इस दौरान आमजन की पुलिस संबंधित शिकायतें सुनी जानी थी। एसपी तय समय पर चौकी पर पहुंची, लेकिन 50 मिनट तक उनके बैठे रहने के बाद भी कोई भी शिकायतकर्ता चौकी में नहीं पहुंचा।

सामाजिक संगठनों ने किया था शहर बंद

बता दें कि 14 मार्च को कई सामाजिक संगठनों ने शहर बंद किया था। शहर बंद के बाद डीसी जगदीश शर्मा द्वारा सामाजिक संगठनों को बातचीत करने के लिए बुलाया। इस दौरान कई मांगों पर डीसी ने आदेश दिए कि जल्द उनकी मांगों को पूरा करवाते हुए आगामी कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान जिंदगी संस्था के हरदीप सिंह ने एसपी आस्था मोदी को कहा था कि अधिकारी व जनता के बीच तालमेल नहीं है क्योंकि वह जनता के बीच उनकी समस्या सुनने नहीं जा रहे हैं। इस पर एसपी ने कहा था कि 27 मार्च को बस स्टैंड चौकी में जनता दरबार लगाएगी।

जनता तक ही नहीं पहुंचा जनता दरबार का मैसेज

एसपी आस्था मोदी के जनता दरबार में न पहुंचने पर जिंदगी संस्था के हरदीप सिंह ने कहा कि उन्हें जनता दरबार को लेकर किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई, एसपी ने कहा कि जनता दरबार लगाने के समय बारे पहले ही उन्हें बता दिया जाएगा, लेकिन उन्हें बताया ही नहीं गया। जनता तक ही जनता दरबार का मैसेज नहीं पहुंचा, यही कारण है कि कोई भी शिकायतकर्ता नहीं आया। इस मामले को लेकर सामाजिक संगठन डीसी जगदीश शर्मा से मिलेंगे और इस बारे शिकायत करेंगे।

खाली पड़ी रही कुर्सियां, अफसर करते रहे इंतजार
बस स्टैंड चौकी में जनता दरबार को लेकर कुर्सियां लगाई गई थी। जैसे ही एसपी आस्था मोदी पहुंची तो कुर्सियों पर कोई भी फरियादी बैठा नहीं मिला तो वह चौकी प्रभारी के कक्ष में बैठ गई। इस दौरान उनके साथ डीएसपी अजायब, एसएचओ सुरेंद्र कंबोज मौजूद थे। पुलिस कर्मचारियों को आदेश दिए गए कि अगर कोई फरियादी शिकायत देने आते हैं तो उन्हें बताएं, लेकिन कोई भी शिकायत देने नहीं पहुंचा और कुर्सियां खाली ही पड़ी रह गई।

एसपी ने कहा- बैठक में ही तय था कार्यक्रम

"सामाजिक संगठनों के साथ 16 मार्च को हुई मीटिंग में 27 मार्च को जनता दरबार लगाने बारे निर्धारित किया गया था और उसी अनुसार जनता दरबार लगाया गया, जिसमें कोई भी नहीं पहुंचा, पुलिस नशा तस्करों, चोरों सहित अन्य अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, पिछले कुछ दिनों में कई आरोपी पकड़े गए हैं, यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।''
- आस्था मोदी, एसपी।