गुरुवार की सुबह से शुरू हुई बारिश तीसरे दिन भी जारी रही। 24 सितंबर शनिवार को हुई तेज बारिश के बाद अरावली की पहाड़ियों से झरने कूदने लगे। तेज बारिश से जहां सड़कों पर जलभराव की समस्या हो गई, वहीं अभी तक सूखी पड़ी दमदमा झील भी लबालब भर गई है। ऐसे में इस बार सर्दी के सीजन में दमदमा झील में टूरिस्ट बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा दूसरे राज्यों में जाकर यहां के राष्ट्रीय स्तर के नौकायन खिलाड़ियों के लिए भी यहीं अभ्यास करने का मौका मिल सकेगा। गुड़गांव में तीन दिन में रिकॉर्ड 230 एमएम से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है।दमदमा झील का जलस्तर बढ़ने से इसके साथ-साथ बना हरियाणा टूरिज्म निगम का बना सारस कॉम्पलेक्स व निजी रिसोर्ट का कारोबार बढ़ने के आसार बन गया है। झील का जलस्तर बढ़ने से सारस कॉम्पलेक्स और निजी रिसोर्टो में पर्यटक आकर ठहरते हैं। जिनका मुख्य उद्देश्य झील में नौकायन कर आनन्द लेना होता है। झील तीन तरफ अरावली की पहाड़ियों से घिरी है और यहां पॉल्यूशन से भी राहत रहती है, जिसका सैलानी लुफ्त उठाते हैं। गर्मी के मौसम में झील का पानी कम होने के कारण पर्यटक नौकायान भी नहीं कर पाते। पर्यटकों को अपने घर के नजदीक बरसात मौसम के बाद अरावली की पहाड़ियां में पेड़-पौधों की हरियाली पर्यटकों को शिमला, मंसूरी, मनाली आदि जैसा सुन्दर नजारे देखे जा सकते हैं।अरावली की पहाड़ियों में जगह-जगह दिखे झरनेशनिवार को तेज बारिश के बाद अरावली की पहाड़ियों में कई जगह झरने कूदते दिखाई दिए। इनमें घामड़ोज, नंगली, रिठौज, सहजावास व दमदमा झील के नजदीक भी झरने देखने के लिए काफी लोग पहुंचे। ये झरने इस मानसून में अभी तक बारिश कम हुई थी, जिससे पहली बार देखे गए हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.