मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि किसानों पर आंच आएगी तो कोई भी बड़ा पद छोड़ दूंगा। किसान आंदोलन अभी समाप्त नहीं बल्कि स्थगित हुआ है और फिर से हो सकता है। सरकार को किसानों के साथ ईमानदारी बरतते हुए सभी दर्ज केस रद्द करने चाहिए और MSP को कानून बनाया जाए।
फौगाट खाप ने किया सम्मानित
सत्यपाल मलिक रविवार को दादरी में स्वामी दयाल धाम पर माथ टेकने पहुंचे। बाद में फौगाट खाप द्वारा उनको सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि वे किसानों और समाज के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे और अग्रणी खड़े मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि कानून रद्द होना किसानों की बड़ी जीत है। अब एमएसपी को लेकर भी किसान एकजुट रहें। वे प्रधानमंत्री को पहले ही अगाह कर चुके थे। यह उनकी समझ में आया और किसान आंदोलन समाप्त हुआ। अब एमएसपी को कानूनी रूप दिया जाए।
खाप पंचायत के फैसले सही
राज्यपाल ने खाप पंचायतों द्वारा लिए जाने वाले फैसलों को सही ठहराते हुए कहा कि इससे समाज में एकता बनेगी। पत्रकारों से बातचीत में कितलाना टोल महापंचायत पर बोले कि राजनीति षडयंत्र के चलते महापंचायत में उन्होंने हिस्सा नहीं लिया। जिन पंचायतों में राजनीति होती है वे दूर रहते हैं।
डाडम हादसे पर जताया दुख
सत्यपाल ने भिवानी के डाडम खनन हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि खनन करने वाले कोई कायदा-कानून नहीं मानते, पूरा कारोबार भ्रष्टाचार से भरा है। उन्होंने खनन मामले की उच्च स्तर पर जांच कराके दाषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील सरकार से की।
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