हरियाणा के फतेहाबाद के दो गांवों के लोगों ने एलान किया कि वो 25 जनवरी को अपने गांवों के स्कूलों में बच्चों को पढ़ने भेजेंगे। प्रशासन से अपील है कि स्कूलों में स्टाफ भेजा जाए। ग्रामीण अपने स्तर पर स्कूलों को खोलेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।
कोरोना की तीसरी लहर के चलते प्रदेश में स्कूल कॉलेज बंद हैं। अब कई स्तरों पर शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की मांग की जा रही है। शहर में छात्रों ने प्रदर्शन किया था तो वहीं अब जिले के गांव ढाणी सांचला और ढाणी भोजराज के ग्रामीणों ने स्कूल खुलवाने के लिए मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों की सोमवार को एक मीटिंग कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 25 जनवरी को दोनों गांवों के स्कूल वे खोल देंगे और अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे।
प्रशासन सहयोग करे
ग्रामीणों ने प्रशासन से स्कूल के टीचर व स्टाफ को भेजने की मांग की। ग्रामीण बलवान सिंह ने कहा कि स्कूल खोलने की प्रक्रिया जल्द से जल्द सरकार और प्रशासन शुरू करें, क्योंकि यह देश के भविष्य की बात है। एक तरफ जहां रैलियां हो रही हैं, राजनीतिक कार्यक्रम हो रहे हैं तो स्कूली बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने कहा कि कोरोना की आड़ में स्कूल बंद करवाना ठीक नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि स्कूल खोलने में मदद करें और स्टाफ को भेजें, क्योंकि कल से ग्रामीण स्कूल खोलकर अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे।
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