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  • 16 Crores Spent By The Public, The Result Was Three Feet Of Dhak, It Took 7 Hours To Get Water Out Of Delhi Road, Officers Are Not Taking Responsibility

13.8 एमएम बारिश:जनता के 16 कराेड़ रुपए खर्च, नतीजा ढाक के तीन पात, दिल्ली राेड से पानी निकलने में लगे 7 घंटे, अफसर नहीं ले रहे जिम्मेदारी

हिसार2 वर्ष पहले
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यह तस्वीर है जिंदल चौक से इंडस्ट्रियल एरिया जाने वाले दिल्ली रोड की, जहां प्रशासन ने दावा किया कि नाले की सफाई करवा दी है मगर बारिश आते ही पानी निकासी के दावे फेल नजर आए। - Dainik Bhaskar
यह तस्वीर है जिंदल चौक से इंडस्ट्रियल एरिया जाने वाले दिल्ली रोड की, जहां प्रशासन ने दावा किया कि नाले की सफाई करवा दी है मगर बारिश आते ही पानी निकासी के दावे फेल नजर आए।
  • नाले और सीवरेज सफाई के दावे करते रहे अफसर, बारिश आई तो मेन रोड और अंदुरुनी गलियां लबालब

मानसून की पहली तेज बारिश में शहर की सड़कें जलमग्न हाे गईं। 40 साल पुराने दिल्ली राेड नाले काे ताेड़कर नये नाले बनाने पर खर्च किए गए 3 कराेड़ रुपये भी वेस्ट नजर आ रहे हैं। 13.8 एमएम बारिश में ही दिल्ली राेड पर 7 घंटे तक पानी भरा रहा। शहर की भीतरी अैर निचले इलाकाें में कई काॅलाेनियाें की गलियाें में भी 2-2 फीट तक पानी भर गया। कई जगह लाेगाें के घराें में पानी घुस गया। सेक्टराें में भी हाल बेहाल रहा।

हैरानी की बात है कि जिस नाले काे लेकर जनप्रतिनिधि पिछले एक साल से डेमाे करके दिखाने की मांग कर रहे हैं उससे पहले बारिश में प्रैक्टिकल में ही सफाई के दावे फेल साबित हाे गए। शहर में जलभराव के लिए तीन विभाग फिलहाल जिम्मेदार हैं। नगर निगम, पब्लिक हेल्थ व बीएंडआर ये तीनाें विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। हालांकि बीएंडआर के अधिकार नाले के लेवल व सही जल निकासी काे लेकर दावा कर रहे हैं।

उन्हाेंने नगर निगम की जिंदल चाैक से हाेकर आईटीआई चाैक तक डिस्पाेजल की लाइन साफ न हाेने के चलते इस तरह के हालात बनने काे कारण बताया। पानी से लबालब सड़काें से गुजरने में लाेगाें परेशानी झेलनी पड़ी। कई जगह तो सड़कों पर घंटों घुटनों तक पानी भरा रहा। जहां से पैदल निकलना भी मुश्किल रहा। लाेगाें ने इंटरनेट पर स्थानीय शहर की सरकार व जिला प्रशासन के अधिकारियाें काे गलियाें में कश्तियां चलाने तक के काॅमेंट्स किए।

पढ़िए... नगर निगम, पब्लिक हेल्थ और बीएंडआर एक दूसरे पर डाल रहे हैं जिम्मेदारी-

1. बीएंडआर अफसर- नाले का लेवल सही, सफाई भी कराई, निगम की लाइन साफ नहीं तो निकासी धीमी

एक्सईएन विशाल कुमार बाेले- दिल्ली राेड नाले का लेवल सही है। पब्लिक हेल्थ के सुपरवाइजर व जेई की माैजूदगी में सफाई करवा दी। जाे टूटे स्लैब ठीक करवा दिए। 8 जुलाई काे चिट्ठी लिख चुके। निगम अफसरों और पार्षदाें काे बार-बार कह चुके हैं लेकिन पब्लिक हेल्थ अधिकारी नाला टेकओवर नहीं कर रहे। जिंदल चाैक से आईटीआई चाैक तक निगम की डिस्पाेजल लाइन में सफाई न हाेने से पानी निकासी धीमी है।

2. नगर निगम- जिंदल रोड लाइन दुरुस्त, बीएंडआर को नाला साफ करके पब्लिक हेल्थ को सौंपना था

एमई सुनील लांबा बोले- पिछले साल ~25 लाख से आईटीआई चाैक से जिंदल चाैक तक नए मेनहाेल बनवाए हैं। तब सफाई कराई थी। बारिश शुरू हाेते ही डिस्पाेजल शुरू हाे गया। हमारी लाइन में कहीं दिक्कत नहीं है। पार्षदाें ने मांग की थी। नाला सही है ताे बीएंडआर डेमाे करके दिखाए। कमिश्नर ने दाैरा किया था ताे नाले में कचरा पड़ा था। बीएंडआर काे सफाई करा नाला पब्लिक हेल्थ काे साैंपना था।

3. पब्लिक हेल्थ- दिल्ली राेड नाला टेकओवर करने से इनकार, अफसर बोले- सरकार आदेश दे तो संभालेंगे

पब्लिक हेल्थ के अधिकारियाें ने दिल्ली राेड नाले काे टेकओवर करने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि निगम ऐसे काेई प्राॅपर्टी पब्लिक हेल्थ काे प्राॅपर्टी का अधिकार नहीं रखता। अगर सरकार के आदेश हाेंगे ताे नाला टेकओवर किया जा सकता है। नियमाें के अनुरूप यह हुडा का नाला है। हुडा की प्राॅपर्टी सरकार के आदेशाें से निगम काे ट्रांसफर हुई है।

फैक्ट फाइल... तीन साल में समाधान नहीं हो पाया

  • 2018 में नगर निगम की रिक्वेस्ट पर दिल्ली रोड नाला बनाया था।
  • दिसंबर 2019 में बीएंडआर ने नाला तैयार कर दिया। इसके बाद निगम काे लीनियर प्लान, डिस्पाेजल प्वाइंट अटैच करके टेकओवर करने के लिए लिखा गया।
  • दिल्ली राेड व नाले के निर्माण में करीब 16 कराेड़ रुपए लागत आई।
  • इसमें सड़क के दाेनाें तरफ बरसाती नाला बनाया गया जिस पर करीब ‌3 कराेड़ रुपए लागत आई।

जानिए... शहर में इन जगहों पर भरा पानी

  • दिल्ली राेड
  • राजगढ़ राेड
  • कैमरी राेड
  • सिविल अस्पताल
  • कैंप चाैक पुल
  • पटेल नगर मेन बाजार
  • आठ मरला काॅलाेनी
  • अनाज मंडी
  • कृष्णा नगर, बैंक काॅलाेनी
  • मिलगेट एरिया
  • 12 क्वार्टर राेड
  • पुरानी सब्जी मंडी एरिया महाबीर काॅलाेनी
  • आजाद नगर
  • कैमरी राेड
  • सातराेड
  • बाबा हरसुखपुरी काॅलाेनी
  • सूर्य नगर, शिव काॅलाेनी
  • अर्बन एस्टेट
  • मेला ग्राउंड।

जनता मांगे जवाब... बार-बार समस्या उठा रहे, सुधार नहीं

पार्षद अमित ग्रोवर ने कहा कि सेक्टर 9-11 और 13 में मानसून की पहली बरसात में ही सीवरेज बैक मारने लगे। बरसात के पानी के साथ सीवरेज का पानी सड़काें पर बहने लगा। सीवर और ड्रेनेज की मरमत व सफाई को लेकर लगातार अधिकारियों को कहा जा रहा है। अब भी सुधार नहीं हुआ।

हाॅकी प्रेमी योगराज शर्मा ने कहा कि तत्कालीन विधायक संपत सिंह के समय में 8 करोड़ रुपये की बरसाती पानी निकासी योजना पटेल नगर, जवाहर नगर, फ्रेंडस काॅलोनी, डिफेंस काॅलोनी, सेक्टर 15 ए, कैंप चौक, पीएलए आदि के लिए बनवाई थी। दाे साल पहले तक पानी निकासी ठीक थी मगर अब फिर से जलभराव की समस्या हाे गई है।

सीधी बात- संजीव त्यागी, एक्सईएन, पब्लिक हेल्थ

Q. 13.8 एमएम बारिश में सड़कें जलमग्न हैं, क्या नालों व सीवर की सफाई नहीं हाे पाई? A. मैं ताे चंडीगढ़ हूं, लेकिन माॅनीटिरिंग चल रही है मेरे पास फाेटाे है शहर का 99 प्रतिशत पानी उतर गया है।

Q. शहरवासी जाे फाेटाे भेज रहे हैं वहां ताे अभी भी पानी खड़ा है? A. ये फाेटाे 10.45 बजे की हाेगी, अब पानी की बूंद नहीं है।

Q. बीएंडआर ने पब्लिक हेल्थ काे चिट्ठी लिखी है आप दिल्ली राेड नाला कब टेकओवर करेंगे? A. पब्लिक हेल्थ दिल्ली राेड नाला टेकओवर नहीं करेगा। क्योंकि प्राॅपर्टी ट्रांसफर का मामला है यह सरकार के आदेशाें से हाेता है। सरकार आदेश करेगी ताे नाला ले लेंगे। फिलहाल इसकी जिम्मेदारी निगम की है। सरकार के आदेशाें पर हुडा से यह नाला निगम काे ट्रांसफर हुआ था।