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ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले वाहन चालकों पर उच्च तकनीक के सहारे कार्रवाई के लिए लक्ष्मीबाई चौक से आईजी चौक के बीच सीसीटीवी कैमरे लगने का काम शुरू हो गया है। रूल्स तोड़ने वाले वाहन के साथ नंबर प्लेट कैप्चर होगी। फिर नंबर प्लेट से वाहन चालक का पता लगाकर उसके मोबाइल नंबर पर चालान की जानकारी भेजी जाएगी।
चालक जब चालान ब्रांच जाएगा तो वहां बताया जाएगा कि क्यों, कब और किस वजह से आपका चालान काटा गया है। इतना ही नहीं अगर मैसेज के बावजूद चालक चालान नहीं भरता है ताे उसके पत्ते पर पोस्टल चालान भेजा जाएगा। यह रिकॉर्ड ई-चालान मशीन के सॉफ्टवेयर में दर्ज होगा। भविष्य में पुन: रूल तोड़ने पर वाहन की कुंडली खंगालकर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
दरअसल, अभी ट्रायल के तहत कैमरे इंस्टॉलेशन का काम जारी है। चार कैमरे लग चुके हैं और चार लगना बाकी है। लक्ष्मीबाई चौक से लेकर आईजी चौक के बीच आने-जाने वाले सभी वाहन कैमरे की नजर में होंगे। उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे दूर से वाहन की नंबर प्लेट को कैप्चर कर सकते हैं। इतना ही नहीं कंट्रोल रूम में मौजूद एक्सपर्ट भी निगरानी रखेगा।
कैमरा लगाने वाली कंपनी के एक्सपर्ट ने बताया कि कैमराें की क्वालिटी काफी बेहतरीन है। ये सॉफ्टवेयर से कनेक्ट हैं जोकि चौराहों पर रेड लाइट जंप, जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन खड़ा करने, बिना हेलमेट पहने और बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने, गलत दिशा में वाहन चलाने वालों को कैद करके चालान की प्रक्रिया पर काम करेंगे।
बता दें कि पोस्टल चालान का पहले भी ट्रायल हो चुका है, लेकिन तब मोबाइल से ट्रैफिक कर्मी फोटो खींचा करते थे। अब सीधा कैमरों से नियमों की उल्लंघना करने वाले चालकों पर नजर रखेंगे। अगर यह ट्रायल सफल हुआ तो सभी चौराहों पर कैमरे लगेंगे। डीएसपी अभिमन्यु की मानें तो पोस्टल चालान का ट्रायल कर रहे हैं। इसके तहत चार कैमरे लगवा रहे हैं। अगर पोस्टल चालान का ट्रायल सफल हुआ तो इसे पूरी तरह लागू किया जाएगा।
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