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स्वास्थ्य विभाग की पीसी पीएनडीटी टीम ने भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़ करते हुए 2 दलालों को रंगे हाथ काबू करते हुए सिटी थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। आरोपी ठसका वासी रवि और मिलगेट वासी अजीत हैं। आरोपियों ने 55 हजार में अवैध काम करने का सौदा किया था। इसमें से अजीत से 23500 और रवि से 5 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। बाकी रुपए किसे दिए उसका पता लगाया जा रहा है। आरोपी दलालों ने ऋषि नगर स्थित डॉ. पारीक अल्ट्रासाउंड और एक्सरे सेंटर में अल्ट्रासाउंड करवाया था।
इसके बाद गर्भवती को लड़का होना बताकर खिसक रहे थे, जिन्हें धोबी घाट के पास पकड़ लिया था। इसके बाद टीम ने सेंटर में जाकर रिकॉर्ड खंगालकर, सीसीटीवी फुटेज जुटाकर सेंटर संचालक डॉ. महेंद्र पारीक और अन्य से पूछताछ की। यह पता लगा रहे हैं कि सेंटर संचालक की मामले में किस स्तर तक संलिप्तता रही है या नहीं। देर रात तक टीम सेंटर में जांच कार्रवाई करती रही।
17 से 18 फरवरी तक घुमाया और फिर पकड़े
पीसी पीएनडीटी की नोडल अफसर डॉ. अनामिका बिश्नोई को सूचना मिली थी कि एक गिरोह भ्रूण लिंग जांच के नाम पर लोगों से पैसे वसूल रहा है। इस गिरोह को पकड़ने के लिए सीएमओ के निर्देश पर डॉ. अनामिका बिश्नोई के साथ, डेंटल सर्जन डॉ. तरुण भूटानी, सीडीपीओ सुशीला को साथ लेकर बोगस ग्राहक तैयार किया। फिर दलाल रवि और अजीत से संपर्क किया, जिन्होंने 55 हज़ार रुपयों की डिमांड की। सौदा तय होने पर 17 फरवरी को अल्ट्रासाउंड के लिए बरवाला बुलाया था।
वहां काफी देर तक घुमाया। इसके बाद मना कर गए। बोले कि यहां नहीं होगा। हिसार में करवाएंगे। 18 फरवरी को महिला को अल्ट्रासाउंड के लिए ऋषि नगर बुलाया। यहां भी घुमाने के बाद डॉ. पारीक के सेंटर में लेकर चले गए। वहां पर अल्ट्रासाउंड करवाने के बाद बोले कि लड़का है। इसके बाद इशारा मिलते ही टीम ने दोनों दलालों को काबू कर लिया था। उसने 55 हजार में से 28500 रुपए बरामद हुए हैं। बाकी रुपयों संबंधित पूछताछ जारी है।
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