ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए गोविंद कांडा BJP उम्मीदवार:पार्टी की आधिकारिक घोषणा से पहले मीडिया को दी अपनी उम्मीदवार की जानकारी, तीसरी बार उतरे हैं मैदान में

हिसारएक वर्ष पहले
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ऐलनाबाद उपचुनाव 2021 के लिए बीजेपी-जजपा गठबंधन ने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। यहां से 4 दिन पहले बीजेपी में आए गोविंद कांडा को उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी की घोषणा से पहले ही गोविंद कांडा ने खुद को उम्मीदवार घोषित करते हुए इस बारे में मीडिया को निमंत्रण भी भेज दिया था।

गोपाल कांडा के छोटे भाई हैं गोविंद कांडा

गोविंद कांडा सिरसा के रहने वाले हैं। वे हरियाणा लोकहित पार्टी के मुखिया विधायक एवं पूर्व गृहमंत्री गोपाल कांडा के छोटे भाई हैं। भाजपा ने इस सीट के लिए 17 नामों पर मंथन किया था। जिसमें से गोविंद कांडा को टिकट दिया गया है। गोविंद कांडा अपने भाई गोपाल कांडा की हलोपा पार्टी की तरफ से दो बार रानियां सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।

2014 और 2019 में गोविंद कांडा को मिली हार
साल 2014 में गोविंद कांडा इनेलो प्रत्याशी रामचंद कंबोज से हारे थे। कंबोज को 43 हजार 971 वोट मिले थे तो कांडा को 39 हजार 656 वोट मिले थे। गोविंद 4315 वोटों से हारे थे। साल 2019 में रानियां सीट से आजाद चौ. रणजीत सिंह विजयी रहे थे, उन्हें 53 हजार 825 वोट मिले थे। जबकि गोविंद कांडा को 33 हजार 394 वोट मिले थे और वे 19 हजार 431 के अंतर से हार गए थे।

सिरसा से विधायक हैं बड़े भाई गोपाल कांडा

गोविंद कांडा के बड़े भाई गोपाल कांडा सिरसा से विधायक हैं और उन्होंने बीजेपी सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है। इस अनुसार समीकरण लगाए जा रहे हैं कि गोविंद कांडा को भाजपा-जजपा और हलोपा पार्टी का समर्थन हासिल है। वहीं एक चर्चा ये भी है कि बड़े भाई गोपाल कांड ने लॉबिंग करके भाई गोविंद कांडा को ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार बनवाया है।