साइबर क्राइम थाना पुलिस ने सिरसा के सेक्टर-20 वासी हर्ष वर्धन को वीआइपी नंबर बेचने का झांसा देकर 45 हजार 670 रुपये ठगने के आरोप में उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित नौनारी वासी सोने लाल उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना में पीएसआई रामबीर ने बताया कि आरोपी को जौनपुर से ट्रांजिट रिमांड पर हासिल करके हिसार लेकर आ रहे हैं। इससे वारदात में प्रयोग 5 मोबाइल और 30 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। इसके अन्य साथियों की धरपकड़ के प्रयास जारी हैं, जिन्हें जल्द गिरफ्तार करेंगे।
बता दें कि इससे पहले भी साइबर क्राइम थाना पुलिस आइजी राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में काफी पुराने अनसुलझे ठगी के मामलों का पटाक्षेप करके आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है। सूरत, कोलकता, पटना, देवघर, सीतापुर, इंदौर सहित दूर-दराज के राज्यों में छुपे अपराधी पकड़ चुके हैं।
वीआईपी मोबाइल नंबर बेचने वाले व्हाट्सएप ग्रुप में एड हुआ था पीड़ित
पुलिस को हर्ष वर्धन ने बताया था कि एक वीआईपी मोबाइल नंबर बेचने वाले व्हाट्सएप ग्रुप में एड हुआ था। इसमें वीआइपी मोबाइल नंबर की सूची आती थी। मैंने एक मोबाइल नंबर छांटकर उसे खरीदने की इच्छा जाहिर की थी। मेरे मोबाइल नंबर पर मैसेज आया और वह नंबर 30 हजार रूपये में बेचने की बात कही। उसने बताया कि आपको यह नंबर बुक करवाना होगा। इसके लिए मेरे पास ऑनलाइन एप से मोबाइल नंबर पर 5 हजार रूपये भेजने होंगे। मैंने मामा आदित्य को बोलकर उसके खाते में एक बार 3 हजार और दूसरी बार 2 हजार रूपये डलवा दिए थे।
पोर्टिंग कोड भिजवाने को कहा था
हर्ष वर्धन ने बताया था कि आरोपी ने पोर्टिंग कोड भिजवाने की बात कही थी। यह भी बोला था कि बाकि रुपये भी भेज दो। मैंने कहा था कि आपके द्वारा पोर्टिंग कोड भेजते ही रुपये खाते में डलवा दूंगा। पर, वह नहीं माना। मामा आदित्य के बैंक खाते से 23 हजार रुपये व्यक्ति को भिजवा दिए थे। इसके बाद 9670 रुपये मोबाइल नंबर का बिल बकाया होने, कमीशन देने सहित बाकि रूपये भिजवाने के लिए कहा था। उसके झांसे में आकर 45 हजार 670 रुपये दे चुका था लेकिन मोबाइल नंबर नहीं भेजा था। व्हाट्सएप ग्रुप के मैसेज डिलीट करके मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया था।
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