हरियाणा में हिसार के जुगलान गांव के जवान सोनू जांगड़ा जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। 26 मार्च की रात को वे पोस्ट पर तैनात थे और उसी दौरान आतंकवादियों ने हमला कर दिया। हमले में सोनू के सिर पर गोली लगी थी।
सोनू के मामा दलबीर सिंह ने बताया कि सोनू 20 दिन पहले ही गांव आया था। उसकी पोस्टिंग पहले चंडीगढ़ थी। तबादले के बीच में उसे 10 दिन की छुट्टी मिली थी, तब वह घर आया था। सोनू 26 साल का हो गया था। इसलिए अब उसकी रिश्ता तय करना था। तब उसने कहा कि एक बार जम्मू कश्मीर से पोस्टिंग किसी दूसरे क्षेत्र से हो जाएगी तो इसके बाद वह शादी कर लेगा। परंतु रविवार रात को सवा एक बजे उसके शहीद होने की सूचना आई।
8 साल की उम्र में हो गया था पिता का देहांत
सोनू जांगड़ा जब 8 साल का था तो उसके पिता का देहांत हो गया था। इसके बाद उसे उसके नाना-नानी ने गोद ले लिया। मां की दूसरी शादी कर दी गई। सोनू के नाना- नानी की सात बेटियां था, परंतु बेटा नहीं था। इसलिए नाना- नानी ने उसे बेटे की तरह पाला। परंतु कुछ साल पहले नाना- नानी का भी देहांत हो गया।। उसका सगा मामा नहीं था। इसलिए वह दलबीर सिंह के परिवार के पास ही आकर रहता था।
मां ने दी शहीद बेटे को मुखाग्नि
सोनू जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में तैनात थे। आज सुबह सेना के जवान हवलदार शिव सिंह, सिगनल मैन अमर यादव शहीद का पार्थिव शरीर लेकर गांव में पहुंचे। ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों ने भारत माता की जय, शहीद सोनू जांगड़ा अमर रहे के नारे लगाए।
गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पार्थिव शरीर को नमन करने के लिए आसपास के क्षेत्रों के लोग, प्रशासनिक अधिकारी और सैन्य अधिकारी और विधायक जोगीराम सिहाग पहुंचे। राजकीय संस्कार के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। मां ने बेटे की चिता को मुखाग्नि दी।
तिरंगे में लिपटा पहुंचा शहीद
शहीद सोनू जांगड़ा का पार्थिव शरीर जब तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा तो मां का रो- रो कर बुरा हाल हो गया। अपने लाल को देखकर मां बार- बार बेसुध हो रही थी। पारिवारिक सदस्यों के विलाप को देखकर हर व्यक्ति की आंखें भर आई।
2016 में हुआ था सेना में भर्ती
शहीद सोनू जांगड़ा 2016 में आर्मी में भर्ती हुआ था। करीब ढाई महीने पहले वह जुगलान गांव में अपने घर पर आया था। पिता की मौत के बाद ननिहाल में ही उसका पालन पोषण हुआ था। क्योंकि उसकी मां सहित 7 बहने थे। इसलिए नाना- नानी ने उसे गोद ले लिया था। उनकी मां की दूसरी शादी कर दी गई। सोनू का पालन पोषण गांव में ही हुआ। पूरा गांव उसे अपना भांजा मानता था। इसलिए उसका अंतिम संस्कार भी इसी गांव में किया जा रहा है।
ओपी धनखड़ ने जताई संवेदना
हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने सोनू जांगड़ा के वीरगति प्राप्त करने पर संवेदनाएं जताई। धनखड़ ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए उसके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
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