हरियाणा के हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के रहने वाले नरेंद्र कुमार ने विश्व की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से पर पहले ही प्रयास में तिरंगा फहराया है। 8 हजार 516 मीटर की ऊंची इस चोटी को फतह करने वाले नरेंद्र हरियाणा के पहले व्यक्ति हैं। 16 मई को उन्होंने -40° डिग्री तापमान में चोटी पर तिरंगा लहरा कर प्रदेश का नाम रोशन किया। इससे पहले नरेंद्र कुमार ने माउंट किलिमंजारो जोकि अफ्रीका की सबसे बड़ी चोटी है, पर 5 दिन में दो बार चढ़ाई करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
बताया गया है कि माउंट ल्होत्से विश्व की 4 सबसे ऊंची चोटियों में शामिल है। इस पर चढ़ना काफी मुश्किल तो हे ही, साथ में टेक्निकल भी है। इस पर चढ़ना माउंट एवरेस्ट से भी मुश्किल माना जाता है। नरेंद्र इस चौथी ऊंची चोटी को फतह करने वाले हरियाणा के पहले व्यक्ति बन गए हैं।
12 मई को शुरू हुई चढ़ाई
बताया गया है कि हिसार के नरेंद्र कुमार ने अपने अभियान की शुरुआत 12 अप्रैल को काठमांडू नेपाल से की थी। इसके बाद वे एवरेस्ट बेस कैंप आए। वहां कुछ दिन रुकने के बाद अपनी बॉडी काे पहाड़ पर चढ़ने के लिए तैयार किया और साथ ही मौसम के साफ होने का इंतजार भी किया। इसके बाद वे 12 मई को एवरेस्ट बेस कैंप से निकल कर 13 मई को कैंप-2 पहुंचे थे। फिर 14 मई को कैंप-3 और 15 मई कैंप-4 तक पहुंच गए।
हरियाणा से थे अकेले
नरेंद्र कुमार ने 16 मई सुबह 5:00 बजे माउंट ल्होत्से के शिखर पर पहुंचकर सफर खत्म किया और वहां पर देश की शान तिरंगे को लहराया। उन्होंने बताया कि माउंट ल्होत्से पर तापमान -40° डिग्री था। इस अभियान में हरियाणा से वे अकेले थे। रास्ते में मौसम काफी खराब होने की वजह से काफी संघर्ष करना पड़ा। 16 मई को सुबह 5:00 बजे सम्मिट करके एक नया रिकॉर्ड बनाया।
ये है नरेंद्र का परिचय
नरेंद्र कुमार हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के रहने वाले हैं। इनके पिता सुभाष चंद्र एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट से ETO के पद से रिटायर हैं। नरेंद्र कुमार भारत में माउंट बीसी रॉय, माउंट फ्रेंडशिप, माउंट युनम आदि को फतह कर चुके हैं। नरेंद्र कुमार ने अटल बिहारी इंस्टिट्यूट मरौली से बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स किया है। एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स हिमालयन माउंटेन एंड इंस्टिट्यूट दार्जिलिंग से किया है। उन्होंने बचेंद्री पाल से प्रभावित होकर माउंटेनियरिंग शुरू की। बता दें कि बचेंद्री पाल भारत की प्रथम महिला थी, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह किया था।
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