रामचाट भंडार की बिल्डिंग की स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी की जांच रिपाेर्ट शनिवार काे सिविल जज शिफा की काेर्ट में पेश की गई। इस मामले में काेर्ट ने रिपाेर्ट सबमिट हाेने के बाद दाेनाें पक्षाें के बीच बहस काे लेकर 10 मई का समय रख दिया है। मामला अब ये है कि नगर निगम व बीएंडआर के इंजीनियर्स की रिपाेर्ट मैच नहीं कर रही। इसमें स्पष्टता भी दिख रही है कि जाे रिपाेर्ट नई पेश की गई है उसमें रिपाेर्ट के साथ फाेटाे भी लगाए गए हैं।
इन फाेटाे के आधार पर व डेढ़ पेज की साैंपी गई रिपाेर्ट के आधार पर बिल्डिंग ठीक दिख रही है। यानी की बिल्डिंग रिपेयर की गई है यह भी स्पष्ट हाे रहा है। दूसरी जाे रिपाेर्ट नगरनिगम की इंजीनियरिंग विंग ने दी थी उसमें बिल्डिंग के वे फाेटाे हैं जाे हादसे के बाद के हैं।एसे में अब दाेनाें रिपाेर्ट के आधार पर 10 मई काे दाेनाें पक्षाें के वकील मामले पर बहस करेंगे। नगरनिगम के एडवाेकेट का कहना है कि इस मामले में पूरी तरह से काेर्ट के आदेशाें की अवहेलना हुई है। नई रिपाेर्ट यह स्पष्ट भी कर रही है। काेर्ट के समक्ष रिपेयर कराई जा रही बिल्डिंग की वीडियाे व फाेटाे भी पेश की गई थी। मगर इस मामले में सुनवाई के लिए 5 तारीख रखी गई थी। इसी दाैरान भी आरसीबी के मालकि ने रिपयेरिंग चालू रखी।
यहां यह बता दें कि बीएंडआर ने शुक्रवार काे सैंपलिंग व रिबाउंड हैमर मशीन से बिल्डिंग की जांच की थी।
इस मशीन से मैटिरियल व ब्रकि्स की कैंप्रेसिव स्ट्रेंथ जांची गई। रिपाेर्ट में लिखा गया है कि वर्तमान में जाे बिल्डिंग खड़ी है वह सेफ है।
बीएंडआर ने अपनी रिपाेर्ट में ये लिखा
बीएंडआर की रिपाेर्ट में लिखा है कि माैजूदा निर्मित बिल्डिंग में लगे ईंट के बने खंबे भार वहन कर सकते हैं। मौजूदा 101/डी और 102/डी का लेआउट प्लान भी देखा गया। वादी द्वारा बताया गया कि चौथी मंजिल को पहले ही ध्वस्त कर दिया गया है और यह भी पाया गया कि तीसरी मंजिल के आरसीसी स्लैब को भी तोड़ दिया गया है। वर्तमान में कंक्रीट की गई सतह पर कोई कटाव नहीं देखा गया है। ईंट के खंभों के साथ-साथ आरसीसी स्लैबिलिन्टेल्स के आकार में वर्तमान में भार वहन करने वाले घटकों में किसी भी वकि्षेपण के आकार में कोई वकिृति नहीं देखी गई है, जमीन के मौजूदा फर्श, निर्मित की पहली और दूसरी मंजिल में कोई दरार नहीं देखा गया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.