पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
हरियाणा रोडवेज ने सर्दी के मौसम में बेसहारा यात्रियों को रहने की जगह मुहैया करवाने के लिए बस स्टैंड पर वर्षों से खड़ी कंडम बसों को रैन बसेरा का रूप दिया है। अभी रोडवेज ने वर्कशॉप में चार बसों काे रैन बसेरे में तब्दील किया है। रोडवेज ऐसी अन्य आधा दर्जन बसों को रैन बसेरा बनाकर सदुपयोग में लाएगी।
बस स्टैंड पर अक्सर रात के समय देरी होने व रहने का ठिकाना न होने के कारण बुजुर्ग, साधु व कई अन्य यात्री खुले में बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए लगाए मेजों पर सो जाते थे। चारों और बस स्टैंड के काउंटर खुले होने के कारण सर्दी, धुंध व हवा से बचाव नहीं हो पाता था।
इसी से बचाव को लेकर रोडवेज ने बसों काे रैन बसेरे का रूप दिया। लाइटों के लिए अंदर बैटरी रखी गई है। इन बसों को टोचन कर एक जगह से दूसरी जगह भी ले जाया जा सकता है। अभी ट्रायल के लिए चार बसों को अस्थाई रैन बसेरे का रूप दिया है। उनमें बिस्तर, खान पान की व्यवस्था नगर पालिका करेगी।
दूसरी जगह ले जाना भी आसान
रोडवेज फतेहाबाद डिपो के टीएम ईकबाल सिंह ने बताया कि डीसी के आदेश पर रोडवेज ने चार कंडम बसों को रैन बसेरे का रूप दिया है। ये बसें एक जगह से दूसरी जगह ले जा भी सकते हैं। अभी और बसों को भी रैन बसेरा के रुप में सदुपयोग में लाया जाएगा। इससे लोगों को सुविधा मिलेगी।
20 लाेग साे सकते हैं एक बस में
एक बस में सोने के लिए बीस गद्दे लग सकते हैं। जिसमें 20 लोग आराम से सो सकते है। यदि बैड लगाने की जरूरत पड़ती है तो बस में लकड़ी के छोटे 12 बैड व चारपाई लग सकती है। सुरक्षा के लिहाज से बस के गेट लॉक भी हो सकते है। बरसात से बचाव के लिए भी बस को चेक कर ही चयनित किया है। बस को पूरी तरह रैन बसेरा का रूप देने पर करीब 15 हजार व बैड लगाने पर करीब 30 हजार रुपये खर्च होगे।
पॉजिटिव- आज आर्थिक योजनाओं को फलीभूत करने का उचित समय है। पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी क्षमता अनुसार काम करें। भूमि संबंधी खरीद-फरोख्त का काम संपन्न हो सकता है। विद्यार्थियों की करियर संबंधी किसी समस्...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.