अब जिले में काेई भी आपराधिक वारदात जैसे लूट, स्नेचिंग, छेड़छाड़ सहित अन्य क्राइम होने पर अब 100 नंबर की जगह इमरजेंसी रिस्पांस एंड सपोर्ट सिस्टम 112 डायल करना होगा। सोमवार से यह जिले में शुरू हो गया है। इस नई प्लानिंग के तहत पुलिस को 26 नई गाड़ियां मिली है। हर थाने के इलाके में दो-दो गाड़ी तैनात की गई है । जो मुख्य पॉइंट से मूवमेंट करती रहेंगी।
इस कवायद से जिले के अंदर पुलिस की मौजूदगी बढ़ेगी। इसके साथ पीड़ित को समय पर पुलिस मदद मिलेगी। हर कॉल की मॉनिटरिंग होगी। डायल 112 सेवा शुरू हाेने के बाद दाे दिन के दाैरान सेवा का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। दाे दिन में करीब 50 काॅल पुलिस मदद के लिए आई । जिसमें पहले दिन 30 और दूसरे दिन 20 कॉल आई।
इस दौरान इन गाड़ियों के माध्यम से 15 से 20 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची है। हालांकि ये कॉल ज्यादातर शहरी एरिया की थी । इस प्रकार यह कह सकते हैं कि आमजन के लिए पहले के मुकाबले पुलिस सुरक्षा बेहतर हुई है।
ऐसे करेगा सिस्टम काम : इमरजेंसी में यदि कोई 112 डायल करेगा तो कॉल कंट्रोल रूम चंडीगढ़ जाएगी। इसके बाद कंट्रोल रूम से संबंधित थाने एरिया में तैनात 112 पीसीआर को रिपोर्ट किया जाएगा। रिपोर्ट होते ही पीसीआर मदद को पीड़ित के पास पहुंचेगी। इसमें इसमें ऑनलाइन रूट से देखा जाएगा कि पीडित के नजदीक कौनसी गाड़ी है। उसे ही कॉल दी जाएगी।
अगर दूसरे जिला में भी घटना है और सिरसा की गाड़ी नजदीक है तो उसे ही कॉल देकर तुरंत भेजा जाएगा। मोबाइल लोकेशन आधार पर पुलिस अपराध स्थल पर तुरंत पहुंचेंगी। जो गाड़ी 112 के लिए आएंंगी उनका प्रयोग अन्य काम के लिए नहीं हो सकेगा। जैसे आरोपियों को कोर्ट में पेश करना, कार्यालय में ले जाने के लिए प्रयोग नहीं किया जाएगा।
पुलिस कर्मचारियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी
डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि नई प्लानिंग के तहत जिले के 190 पुलिस कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है। यह कर्मचारी जिले के सभी थानों से ही हैं। इनको डायल 112 वाली गाड़ियों पर तैनात किया गया है। जीपीएस की मदद से पुलिस तुरंत पीड़ित की मदद करने पहुंचेगी। शिकायतकर्ता वायस काॅल, मैसेज, मेल, वेब अलर्ट व सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपनी शिकायत भेज सकेंगे।
हिंदी, पंजाबी-बागड़ी बोली के जानकार होंगे जवान
डायल 112 का लाभ हर नागरिक काे मिलेगा। इसके लिए भाषाओं पर खासा ध्यान दिया गया है। हिन्दी, अंग्रेजी, पंजाबी भाषाओं के साथ हरियाणावीं और बागड़ी बोली के जानकारों को काॅल सेंटर में लगाया जाएगा। यह पहल इसलिए की है ताकि किसी का मैसेज समझने में कोई दिक्कत न आए। कॉल सेंटर पर काॅल को सुनकर आगे रिस्पांस टीम तक अपने संदेश भेजेंगे।
पुरानी पीसीआर से बढ़ेगी गश्त
जिले में 26 नई गाडि़यां आने से पुरानी पीसीआर को शहर में गश्त पर लगाया जाएगा। थाना के बाकी काम सहित अपने अपने एरिया में गश्त करेगी । इससे पुलिस सुरक्षा में बढ़ोतरी होगी । थाने में आने वाली शिकायत पर भी पुलिस समय पर फरियादी के पास पहुंचेगी । थाने के अन्य रूटीन वर्क भी जल्दी होंगे।
जिला में डायल 112 के लिए 26 इनोवा आई है। इससे आमजन को जल्द पुलिस सुरक्षा उपलब्ध हो रही है । पहले मौके पर पहुंचने के लिए कई बार समय लग जाता था। अब ऐसा नहीं होगा। तुरंत पुलिस मौके पर जाएगी। पिछले दो दिन की कॉल में यह प्रूव भी हुआ है। आमजन की अब सुरक्षा और बढ जाएगी। क्राइम पर भी कंट्रोल होगा ।'' -आर्यन चौधरी, डीएसपी हेड क्वार्टर सिरसा।
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