प्रदेश भर में कास्ट सर्टिफिकेट के लिए लोगं को चक्कर काटना पड़ रहा है। क्योंकि वेरीफिकेशन नहीं हो पा रही है। इसके चलते दाखिलों से लेकर स्कॉलरशिप तक के लिए विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। कास्ट वेरिफिकेशन दो स्तर पर हो रही है। जिसमें पहले पटवारी फिर कोई शिकायत आने पर कानूनगो द्वारा वेरिफाई की जाती है। लेकिन इस काम के लिए प्रदेश भर में मात्र 2037 पटवारी हैं, जिनके जिम्मे 33 लाख 18 हजार 393 परिवारों की जिम्मेदारी है। लगभग 7 माह से काम चल रहा है और अब तक प्रदेश भर में 31 लाख 78 हजार 595 परिवारों की कास्ट वेरिफाई हो सकी है।
अब भी एक लाख 39 हजार 798 की फाइल अटकी है। यानी एक पटवारी द्वारा लगभग 1630 परिवारों की वेरिफिकेशन का काम किया जाना है। यदि पटवारी द्वारा भरी गई कास्ट के बाद भी किसी को शिकायत होती है तो उसके लिए कानूनगो की जिम्मेदारी लगाई गई है। प्रदेश भर में 288 कानूनगो कास्ट की रि-वेरिफिकेशन का काम कर रहे हैं।
इन द्वारा प्रदेश में फिलहाल 11 लाख 20 हजार 93 परिवार के सदस्यों की कास्ट रि-वेरीफाई करने का जिम्मा दिया गया है, जिसमें से 8 लाख 85 हजार 764 सदस्यों की कास्ट वेरिफाई हो पाई है। यानी प्रदेश में अब भी 2 लाख 34 हजार 329 लोगों की कास्ट रि-वेरीफाई होना बाकी है। कास्ट वेरिफाई और रि-वेरिफाई न होने के कारण लोगों के दाखिले, स्कॉलरशिप के अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
इन केसों से समझिये-कैसे आ रही दिक्कत
एससी को बीसी बनाया, डेढ़ माह में हुई ठीक
मेरी कास्ट एससी है, लेकिन फैमिली आईडी में इसे बीसी किया हुआ था। उसे ठीक करवाने के लिए उसने कई बार एडीसी कार्यालय के चक्कर लगाने पड़े, तब जाकर कहीं डेढ़ माह बाद कास्ट ठीक नहीं हो सकी है। यही नहीं कास्ट वेरिफिकेशन के लिए जिनकी ड्यूटी लगाई हुई है, वह भी घर-घर वेरिफिकेशन की बजाय फोन पर ही कर देते हैं। -जितेंद्र, जींद निवासी।
फैमिली आईडी में सब कास्ट नहीं डाली
मेरे फैमिली आईडी में कास्ट एससी सही है, लेकिन उसमें सब कास्ट नहीं है। इसके ठीक करने के लिए काफी समय आवेदन किया है। उनके बेटे के यूनिवर्सिटी में फार्म में दिक्कत आ रही थी। अब दाखिले की तिथि आगे बढ़ गई है। अंतिम तिथि से पहले ठीक हो गई तो आवेदन हो जाएगा अन्यथा नहीं होगा। क्योंकि इस बार 12वीं के बाद यूनिवर्सिटी में पढऩे के इच्छुक बच्चों से पहले ही आवेदन मांगे हुए हैं। देसराज सरोहा, जींद।
जिनको ज्यादा जरूरी है उनको प्राथमिकता दी जाएगी
कास्ट वेरिफिकेशन के लिए पटवारियों की ड्यूटी लगाई गई है। यदि उनकी वेरिफिकेशन में भी कोई दिक्कत आती है तो कानूनगो द्वारा रि-वेरीफाई किया जा रहा है। स्कूलों में दाखिले को लेकर प्रोविजनल दाखिले बारे निर्देश दिए हुए हैं। यदि किसी को ज्यादा जरूरी है तो उसकी प्राथमिकता के आधार पर भी वेरिफिकेशन हो जाती है। साहिल गुप्ता, एडीसी, जींद।
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