हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGPC) के कार्यकारी अध्यक्ष बलजीत सिंह दादूवाल ने शनिवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) और पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल के परिवार पर जमकर निशाना साधा। दादूवाल ने आरोप लगाया कि दशकों से हरियाणा के गुरुद्वारों का प्रबंधन संभाल रही SGPC ने इन गुरुद्वारों के लिए कुछ भी नहीं किया। यहां के कर्मचारियों को तनख्वाह तक नहीं दी गई। किसी कर्मचारी की तनख्वाह नहीं बढ़ाई गई।
दादूवाल शनिवार को जींद के तेग बहादुर साहिब गुरुद्वारे में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। दादूवाल ने आरोप लगाया कि SGPC के पदाधिकारी हरियाणा के गुरुद्वारों में संगत की ओर से चढ़ाया जाने वाला सारा पैसा पंजाब ले जाते थे। SGPC में बादल परिवार अपने दबदबे का फायदा उठाता रहा है।
दादूवाल ने दावा किया कि HSGPC का प्रधान पद संभालते ही उन्होंने हरियाणा के गुरुद्वारों में काम करने वाले कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ाने का काम किया। प्रबंधन से जुड़ी कमियां दूर करने का काम किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने HSGPC के गठन से जुड़े एक्ट को सही ठहरा दिया है। अब हरियाणा के गुरुद्वारों का पैसा हरियाणा में ही खर्च होगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हरियाणा के सिखों और गुरुद्वारों को पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल के परिवार से मुक्ति मिल गई है।
HSGPC को लेकर कोई गुटबाजी नहीं
दादूवाल ने हरियाणा के गुरुद्वारों के प्रबंधन को लेकर किसी तरह की गुटबाजी से इनकार किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के सिखों में कोई गुटबाजी नहीं है। कुछ लोग सिर्फ गुमराह कर रहे हैं। अगर HSGPC के पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झींडा मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले हैं तो इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। हर किसी को CM से मिलने का अधिकार है।
दादूवाल ने हरियाणा के सभी सिखों और HSGPC के सभी सदस्यों से आह्वान किया कि किसी को गुमराह करने का काम न करें। चुनाव प्रक्रिया पर विश्वास जताएं। सबको मिलकर समाज और पंथ को आगे बढ़ाना है। हरियाणा के गुरुद्वारों का विकास करना है। यह काम सेवा भाव का है और इसमें किसी तरह की कोई राजनीति नहीं करनी। न ही किसी तरह का कोई टकराव करना है।
सारे सिख अकाल तख्त को समर्पित
दादूवाल ने कहा कि हरियाणा के सिख आज भी अकाल तख्त को समर्पित हैं। हरियाणा के गुरुद्वारों का लगभग 150 करोड़ रुपए का बजट है। यह सारा पैसा अब हरियाणा में ही खर्च किया जाएगा। इससे पहले बादल परिवार इसका 60% हिस्सा अपने साथ ले जाता था। हरियाणा के गुरुद्वारों को लेकर ऐलान तो किए गए मगर काम नहीं कराए।
HSGPC प्रधान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पक्ष में जो फैसला दिया है, उससे हरियाणा ही नहीं, विदेश और पंजाब के सिखों में भी खुशी की लहर है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.