हरियाणा में जींद के सफीदों स्थित गांव बहादुरगढ़ में भारतीय जल सेना के नायब सूबेदार जवान प्रमोद (28) को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। प्रमोद कुमार गोवा में तैनात थे। वहां समुद्री जहाज की बेल टूटने से हुए हादसे में उनकी जान चली गई थी।
जैसे ही प्रमोद कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर गांव बहादुरगढ़ पहुंचा तो परिवार व गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सेना की टुकड़ी पार्थिव शरीर लेकर गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने प्रमोद कुमार अमर रहे के नारे लगाए।
वहीं इंडियन कोस्ट गार्ड सचेत की ओर से डिप्टी कमांडेंट योगेश सिंह के नेतृत्व में आई सेना की 9 सदस्यीय टुकड़ी व हरियाणा पुलिस के जवानों ने शस्त्र झुकाकर व मातमी धून बजाकर अपने साथी को अंतिम विदाई दी।
5 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
अंतिम दर्शनों के दौरान शहीद प्रमोद कुमार के पिता सतपाल सिंह, पत्नी, बच्चों व भाई का रो-रोकर बुरा हाल था। शहीद प्रमोद कुमार के 5 वर्षीय बेटे ने अपने पिता को मुखाग्रि दी। बता दें कि नायब सूबेदार प्रमोद कुमार करीब 5 साल पहले कोस्ट गार्ड में बतौर नायब सूबेदार भर्ती हुए थे। गोवा में ड्यूटी के दौरान घटी दुर्घटना में प्रमोद कुमार चोटिल हो गए थे। उनको तत्काल अस्पताल में ले जाया गया जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
पत्नी को कहा था- 11 फरवरी को घर आऊंगा
5 फरवरी को मौत से 2 घंटे पहले प्रमोद कुमार ने पत्नी कविता से बात की थी। प्रमोद ने कहा था कि वह 11 फरवरी को घर आएंगे। परिवार में 12 फरवरी को शादी होनी थी। इससे पहले ही उनके साथ हादसा हो गया।
6 साल पहले हुए थे भर्ती
बहादुरगढ़ के रहने वाले प्रमोद कुमार साल 2017 में इंडियन नेवी में कोस्ट गार्ड के पद पर भर्ती हुए थे। जिसके बाद उनकी पोस्टिंग गोवा में थी। 13 मार्च को ही उनकी ड्यूटी गुजरात में लगी थी।
प्रमोद ने सर्वोच्च बलिदान दिया : देशवाल
सफीदों हलका के विधायक सुभाष देशवाल ने कहा कि प्रमोद कुमार ने देशसेवा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। वे उनके बलिदान को नमन करते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि शहीद के परिवार को बड़ी आर्थिक सहायता व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। एसडीएम सत्यवान सिंह मान ने कहा कि पूरा सफीदों प्रशासन परिवार के साथ है। परिवार की प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाएगी।
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