जींद में ठग गिरोह का सरगना गिरफ्तार:महिलाओं को झांसे में लेकर सोने के गहने ठगने में माहिर; गिरोह में बच्चा-महिला भी

जींद4 महीने पहले
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हरियाणा के जींद में सीआईए नरवाना और शहर थाना नरवाना पुलिस की टीम ने महिलाओं को कीमती सामान का झांसा देकर सोने के गहने ठगने वाले गिरोह के मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान राजू उर्फ निक्किया निवासी धांनसा जिला जालौर (राजस्थान) के रूप में हुई है। यह फिलहाल दिल्ली सुलतानपुरी के ए ब्लॉक की गली नंबर 3 में रह रहा था। आरोपी ने एक ही पैटर्न पर ठगी की अनेक वारदातों को अंजाम दिया है।

सीआईए नरवाना की एक टीम मुख्य सिपाही हरदीप सिंह के नेतृत्व में हरियल चौक नरवाना पर मौजूद थी। सूचना मिली कि जयराम अस्पताल के पास एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा है, जिसके पास असलाह भी है। इस सीआईए टीम ने तुरंत रेड करके पुलिया के ऊपर खड़े व्यक्ति को काबू करके तलाशी ली। उसके पास से 12 बोर का देसी पिस्तौल व एक कारतूस बरामद हुआ।

बाद में पूछताछ में उसने महिलाओं से सोने के गहने ठगने की बड़ी वारदातों को कबूला। एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर दोबारा से रिमांड लिया जाएगा। पूछताछ में अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सकता है।

यह था ठगी का तरीका

राजू उर्फ निक्किया के गिरोह में एक नाबालिग बच्चा और एक महिला शामिल होती हैं। गिरोह बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या सार्वजनिक जगह पर अकेली महिला सवारी को टारगेट करते हैं, जो सोने के गहने पहने होती हैं। गिरोह का नाबालिग लडका महिला के पास किसी शहर जाने के लिए पता पूछने के बहाने जाता है, इतने में गिरोह का मुखिया भी उनके पास पहुंच जाता है और खुद को यात्री ही दर्शाता है।

नाबालिग बच्चा कहता है की वह अपने मालिक के पास नौकर का काम करता था, उसका मालिक बहुत क्रूर था और उसे मारपीट करता था, तनख्वाह नहीं देता था, इसलिए वह मालिक के घर से उसकी अलमारी से एक थैला उठाकर लाया है, इसमें कोई कीमती सामान है। उसने इसे खोलकर नहीं देखा है, इसमें क्या है जबकि उसके पास किराया भी नहीं है। इस पर बच्चा कहता है कि सामान रख लो और बदले में उसे पांच-छह हजार रुपए दे दो।

आपस में बांटने के नाम पर झांसा

गिरोह का मुखिया, जो यात्री बना होता है, वह बच्चे से थैला लेता है और महिला को झांसा देता है कि थैले में नोटों की कई गड्डी हैं, वह इनको आपस में बांट लेंगे, इसलिए उसे पांच-सात हजार रुपए उधार दे देते हैं। अकेली महिला सवारी उनकी बातों में फंस जाती है।

महिला यात्री को घर से पैसे लाने के लिए ललचाया जाता है तो बच्चा कहता है कि आप अगर थैला लेकर वापस नहीं आए तो, मुझे विश्वास दिलाने के लिए आप जो सोने के आभूषण पहने हो, वह दे दो, पैसे लेकर आओगे तो वापस ले लेना। महिला यात्री झांसे में आ जाती है और अपना सोने का आभूषण उनको देकर थैला लेकर पैसे लेने के लिए चली जाती है, इतने में दोनों ठग सोने के आभूषण लेकर मौका से भाग जाते हैं। थैला के अंदर नोटों की नकली गड्डियां होती हैं। गड्डी के ऊपर व नीचे एक एक नोट असली व बीच में कागज के टुकड़े होते हैं। इसी पैटर्न पर वारदात हर जगह पर ठगों द्वारा की जा रही थी।

इन वारदातों का हुआ खुलासा

  • 15 से 17 जनवरी के बीच जाखल में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व मेन बाजार के नजदीक 3 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे।
  • करीब 5 दिन पहले जींद में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व नहर के नजदीक 3 अलग-अलग महिलाओं से सोने के गहने ठगे थे।
  • करीब 1 माह पहले सिरसा व डबवाली में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व शापिंग मार्किट के नजदीक 5 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे।
  • पांच-छह माह पहले रोहतक में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नजदीक 4 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे।
  • करीब 6 माह पहले बहादुरगढ़ में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नजदीक 4 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे ।
  • करीब 4 साल पहले अंबाला में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नजदीक 3 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे ।
  • करीब 4 साल पहले सोनीपत, कुरुक्षेत्र व पानीपत में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नजदीक 10 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे।
  • करीब छह-सात माह पहले बिहार के पटना में पटना जंक्शन, पटना साहिब गुरुद्वारा व मेन बाजार के नजदीक 10 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे।
  • करीब छह-सात साल पहले पंजाब के लुधियाना, अमृतसर व जालंधर में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नजदीक 8-9 अलग-अलग महिलाओं से सोने के गहने ठगे थे।
  • करीब 5 साल पहले उतर प्रदेश के हाथरस व अलीगढ़ में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नजदीक 8 अलग-अलग महिलाओं से सोने के जेवरात ठगे थे ।