हरियाणा के जींद में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत NHM कर्मचारी सोमवार को मांगों को लेकर नागरिक अस्पताल में हड़ताल पर रहे। NHM कर्मियों की मांग है कि फाइनेंस विभाग द्वारा जारी सेवा नियम समाप्त करने के पत्र वापस किया जाए। सातवें वेतन का लाभ तुरंत प्रभाव से कर्मियों को दिया जाए। सेवा नियम में संशोधन किया जाए। हालांकि कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं हुई।
NHM कर्मचारी नेता संदीप कुंडू, गौरव सहगल, सुनील रेढू ने कहा कि NHM कर्मचारी पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर रोष जता रहें है। मांगों को लेकर कई बार सरकार व अधिकारियों के साथ बैठक भी हाे चुकी है, लेकिन उनकी मांगों की तरफ कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। अब कर्मचारियों को मिल रहे लाभ को भी छीनने का प्रयास किया जा रहा है। 5 दिन पहले फाइनेंस विभाग के सचिव की तरफ से कर्मचारियों के सेवा नियम समाप्त कर फिक्स सैलरी करने का पत्र मिशन निदेशक को भेजा है, जिससे कर्मचारियों को रोष है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने 2018 में NHM कर्मचारियों को सर्व शिक्षा अभियान के कर्मचारियों के भांति और उसी के आधार पर सेवा नियम का लाभ दिया था, लेकिन सर्व शिक्षा अभियान के कर्मचारियों को सरकार की और से सातवें वेतन का लाभ भी दे दिया है और NHM कर्मचारियों को आज तक इस लाभ से वंचित रखा है। ऐसे में कर्मियों को मजबूरन हडताल करनी पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि NHM कर्मचारी विभागीय कार्य के अलावा एंबुलेंस सेवा, जच्चा-बच्चा टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, महिलाओं की प्रसूति सेवा, स्कूल हेल्थ, तपेदिक स्वास्थ्य सेवाएं, कोविड टीकाकरण और सैंपलिंग आदि का कार्य करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गेस्ट अध्यापकों की तर्ज पर सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। तमिलनाडु व मणिपुर की तर्ज पर रेग्युलर पॉलिसी बनाई जाए। आकस्मिक मृत्यु पर 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व आश्रित को नौकरी दी जाए।
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