हरियाणा के करनाल में लंपी बीमारी को लेकर रविवार को सेक्टर-12 कॉन्फ्रेंस हॉल में एक मीटिंग हुई। जिसमें डिप्टी डायरेक्टर डॉ धर्मेंद्र ने गौशाला प्रधानों व पशुपाल विभाग के अधिकारी को जिले में फैल रहे लंपी वायरस को लेकर उन्हें हिदायते दीं। उन्होंने मीटिंग में गौशाला प्रधानों को बताया कि संक्रमित पशु को स्वास्थ पशुओं से अलग रखें, फॉगिंग कराएं। मेडिसन की कोई कमी नहीं है, गौशाला में मेडिसन भी उपलब्ध कराई जा रही है।
संक्रमण से मृत्यु होने पर 8 फीट गड्ढे खोदकर दफनाएं
धर्मेंद्र ने कहा कि जहां कहीं पर भी इस प्रकार की वायरस के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत प्रभाव से गोधन से अलग करें और एक अलग से गौशाला में वार्ड बनाएं। अगर इस बीमारी से कहीं पर भी गाय की मौत होती है तो उसको लगभग 8 फीट का गड्ढा खोदकर उसमें दफनाए। उससे पहले हमें सूचित भी करें ताकि हम उसकी सारी व्यवस्था कर सकें। इस बीमारी की रिकवरी 95 प्रतिशत है, इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार की तरफ से हर गोशाला में डॉक्टर विजिट करेंगे और यह वायरस ज्यादा ना फैले, इसके लिए विशेष निगरानी रखी जाएगी।
वैक्सीन का काम जोरों पर
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक धर्मेंद्र ने बताया कि जिले में आई 14 हजार डोज को लगभग सभी स्वस्थ पशुओं को लगा दिया गया है। वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। जल्द ही और भी वैक्सीन आ जाएगी। टीमों द्वारा वैक्सीन लगाने का कार्य जोरों पर किया जा रहा है।
पशुओं के संक्रमण का आंकड़ा पहुंचा 2000 के पार
रविवार शाम को विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अब जिले में लंपी संक्रमण के मामले 2 हजार से ज्यादा पहुंच गए हैं। विभाग से मिले आंकड़ों की माने तो अब तक जिले में 8 ही पशुओं की मौत लंपी से हुई है।
लक्षण दिखने पर तुरंत कराएं इलाज
उपनिदेशक डॉ. धर्मेंद्र ने बताया कि लंपी एक वायरल बीमारी है। यह गाय और भैंस में पाईं गई है। उन्होंने पशुपालकों से अनुरोध किया कि वे इस बीमारी से न घबराएं और बीमार पशु का तुरंत इलाज करवाएं। डॉ. रूपिंद्र मोबाइल नंबर 9466449090, SDO इंद्री डॉ. नरेंद्र मोबाइल नंबर 7027600022, SDO असंध डॉ. बलजीत के मोबाइल नंबर 9896170444 पर संपर्क करके ज्यादा जानकारी ले सकते हैं।
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