सीएम विंडो के एलिमेंट पर्सन प्रदीप झांब ने बताया कि एक शिकायत कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से आई थी। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से सुपरिटेंडेंट के पद से 31 अक्टूबर 2002 को रिटायर हो चुके एसके नारंग जिनकी मृत्यु गत 15 अगस्त 2020 को चुकी है। उनकी मृत्यु के बाद उनकी पेंशन उनकी बेटी ज्योति नारंग को मिलनी थी, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे बंद कर दिया। पिता की पेंशन पाने के लिए ज्योति नारंग पिछले 2 साल से यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रही थी, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी।
ज्योति नारंग ने बताया कि उसके पिता ने उसे अपना नॉमिनी बनाया हुआ था, जिसके मुताबिक उसके पिता की मृत्यु के बाद वह पेंशन पाने की हकदार थी। परंतु यूनिवर्सिटी प्रशासन इस बात को नकारता रहा। थक हारकर उसने सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज कराई थी।
प्रदीप झांब ने बताया कि जांच के बाद उसकी पेंशन बहाल करवा दी है। प्रदीप झांब ने बताया कि 5 जनवरी से अब तक सीएम विंडो पर बैठक में 90 शिकायतें आई थीं। जिनमें यूनिवर्सिटी केयूके, पुलिस विभाग, पीडब्ल्यूडी, एजुकेशन विभाग, पंचायत विभाग, अर्बन कोआपरेटिव विभाग, एडीसी कार्यालय, बीडीओ ऑफिस आदि की कुल 90 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 65 शिकायतों का मौके पर निपटारा किया गया जबकि 25 शिकायतें अभी पेंडिंग हैं।
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