जांच अधिकारी बोले- एक ही चोट को दिखाकर पहले 3-4 एफआईआर दर्ज करा चुका, केस में उनका हवाला न देने का बना रहे दबाव, इसलिए लगाए बेबुनियाद आरोप
गांव बारवा निवासी राजेश कुमार ने जांच अधिकारी पर गांव में जमीन विवाद काे लेकर दूसरे पक्ष पर लगाए मारपीट के आराेपाें की ठोस कार्रवाई करने की एवज में पैसे मांगने का आरोप लगाया है। साथ ही मामले में डीजीपी हरियाणा को शिकायत भेजकर मामले में न्याय की गुहार लगाई है। इधर, मामले में पुलिस का कहना है कि मनमाने ढंग से दूसरे पक्ष को फंसाने व जांच को प्रभावित करने के लिए शिकायतकर्ता इस तरह के आरोप लगा रहा है।
राजेश कुमार ने बताया कि उसका गांव में अन्य पक्ष के साथ जमीनी विवाद चल रहा है। इसी रंजिश में दूसरे पक्ष से मामचंद व अन्य ने 18 नवंबर 2022 को उसपर हमला कर गंभीर चोटें मारी थी। उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। 2 दिसंबर को ज्योतिसर चौकी में तैनात एएसआई ने शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए थे। आरोप लगाया कि जांच अधिकारी ने कार्रवाई के लिए 50 हजार रुपए उससे लिए थे। आरोप लगाया कि पैसे लेने के 12 दिन बाद मारपीट का केस दर्ज किया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच अधिकारी अब और पैसे की मांग कर रहे हैं। पैसे न मिलने पर एफआईआर कैंसिल करने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के आरोपियों पर कार्रवाई कर उसे न्याय दिलवाया जाए।
मामले की जांच यमुनानगर पुलिस काे हाे चुकी ट्रांसफर: जांच अधिकारी गुरदेव
मामले में एएसआई गुरदेव का कहना है कि आरोप बेबुनियाद हैं, उक्त व्यक्ति एक ही अंगुली पर चोट दिखाकर पहले भी 3-4 एफआईआर दर्ज करवा चुका है। छानबीन के दौरान उक्त मामलों की एमएलआर भी अटैच की है। चिकित्सीय पैनल से भी राय ली थी। शिकायतकर्ता दबाव बना रहा है कि पहले जिन मामलों में उसने इस चोट को दिखाकर केस दर्ज कराएं हैं, उन्हें फाइल में अटैच न किया जाए। अब मामले की जांच यमुनानगर पुलिस को ट्रांसफर हो चुकी है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.