कार्बन नैनो टेक्नोलाॅजी के जरिए बनाए गए बुलेट प्रूफ जैकेट और कवच को तैयार किया गया है। इसका मकसद इन जैकेट व कवच को हल्का बनाना है, ताकि सैनिक जब इसे पहनकर रणभूमि में उतरे तो उस पर जैकेट का वजन ज्यादा असहनीय ना हो और वे तेजी से लड़ सके। इसी के साथ इनमें एके 47 गन की गोली भी असर नहीं कर पाती है। इन्हीं खासियतों के साथ नई तकनीक पर आधारित सुरक्षा उपकरण सोमवार को एमडीयू में लगाई गई प्रदर्शनी में देखने को मिले।
एमडीयू के टैगोर सभागार में मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानी) के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष के तहत आज से सात दिवसीय सुरक्षा उपकरण प्रदर्शनी शुरू की गई। इस सुरक्षा उपकरण प्रदर्शनी में प्रथम दिन एमडीयू के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग के विद्यार्थियों समेत अन्य विभागों के विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट्स ने विजिट किया। यह सुरक्षा उपकरण प्रदर्शनी 19 दिसंबर तक चलेगी। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि इस सुरक्षा उपकरण प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
अधिकारियों ने छात्रों को दी सुरक्षा उपकरणों की जानकारी
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने सुरक्षा उपकरण प्रदर्शनी की विजिट करते हुए कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी के आयोजन से युवाओं में देश-सेवा का जज्बा पैदा होता है। इस तरह के कार्यक्रम युवाओं को रक्षा सेवा में आने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे में यह प्रदर्शनी युवाओं को रक्षा सेवा में कॅरियर बनाने के लिए प्रेरित करेगी। एजीएम एंड इंचार्ज आर्मर, मिधानी कर्नल अश्विनी कुमार ने कुलपति प्रो. राजबीर सिंह को सुरक्षा उपकरण प्रदर्शन की विजिट करवाई।
उन्होंने इस प्रदर्शनी में रखे गए सुरक्षा उपकरणों- बुलेट प्रूफ जैकेट-भाभा कवच व मिधानी कवच, बीआर हेलमेट, हेलीकॉप्टर आर्मरिंग, दंगा नियंत्रक ड्रेस, बुलेट प्रूफ वाहन व अन्य व्यक्तिगत और समूह सुरक्षा उपकरणों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। मैनेजर देवराज वर्मा, डिप्टी मैनेजर आर्मरिंग रविन्द्र तक्षक, डिप्टी मैनेजर बीएस मीणा समेत अन्य अधिकारी इस प्रदर्शनी का समन्वयन कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रो. राजकुमार, डाॅ. जगबीर राठी, पंकज नैन समेत मिधानी के अधिकारीगण मौजूद रहे।
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