हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) में भर्तियों में गड़बड़झाले के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एचएसएससी) की स्टाफ नर्स, वीएलडीए, एएनएम भर्तियों पर भी सवाल उठे। एचएसएससी ने जांच के बाद तीनों भर्तियों को क्लीन चिट दे दी है। एचपीएससी भर्तियों में घोटाले के आरोपियों ने इन परीक्षाओं में भी अभ्यर्थियों को पास कराने की बात कही थी।
कमीशन ने विजिलेंस टीम से वे रोल नंबर लिए और इनकी ओएमआर शीट की जांच कराई। जांच में पता चला कि आरोपियों के दिए गए रोल नंबर में से कोई भी अभ्यर्थी लिखित परीक्षा पास नहीं कर पाया। वहीं, 30 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा ही नहीं दी। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के बताए रोल नंबरों में से जो अभ्यर्थी परीक्षा देने आए थे, उनके 39 से ज्यादा नंबर नहीं आए हैं। जांच के बाद कमीशन ने स्पष्ट किया कि तीनों भर्ती परीक्षाओं में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है। स्टेट विजिलेंस टीम ने एचपीएससी भर्ती घोटाले में कमीशन के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर व दो सहयोगियों नवीन-अश्वनी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में अश्वनी और नवीन ने बताया कि उन्होंने स्टाफ नर्स के 40, वीएलडीए के 4 व एएनएम के 15 अभ्यर्थियों को भी पास कराया था। सभी अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपए लिए गए थे। इसके बाद एचएसएससी की इन भर्तियों पर सवाल खड़े हो गए थे। हमारी जांच में हमारी सभी भर्तियां ठीक हैं। यदि कोई एक भी अभ्यर्थी की गलत भर्ती बता दे तो हम हर तरह का एक्शन लेने को तैयार हैं। हो सकता है कि अभ्यर्थियों से पास कराने का झूठ बोला गया हो। -भोपाल सिंह खदरी, चेयरमैन, एचएसएससी
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.