कोरोना की तीसरी लहर से निपटने से पहले वैक्सीन के संकट से निपटना भी जरूरी है, क्योंकि रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ जिला ही नहीं, बल्कि प्रदेश के हर जिले को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की डोज नहीं मिल पा रही है। अकेले रेवाड़ी को रोजाना 10 हजार डोज की आवश्यकता है, लेकिन उन्हें औसतन 2 हजार डोज ही मिल पा रही है। जबकि रेवाड़ी की रोजाना 20 हजार डोज लगाने की क्षमता है। गुरूवार को जिले के 17 सेंटर पर वैक्सीन लगेगी। एक दिन का ही स्टॉक बचा है। देर शाम तक स्टॉक मिलने की उम्मीद है।
प्रदेश के साथ-साथ जिले में भी वैक्सीन का संकट बना हुआ है। कभी 5 दिन में 5 हजार तो कभी 3 दिन में 7 हजार डोज मिल रही है। जबकि जिले में हर दिन 10 हजार डोज की आवश्यकता है, क्योंकि अभी तक करीब 3 लाख 60 हजार लोगों को ही वैक्सीन लग पाई है। जबकि करीब साढ़े 4 लाख की आबादी वैक्सीन के इंतजार में है। अगस्त में तीसरी लहर के आने की संभावना जताई जा रही है। इस हिसाब से रेवाड़ी ही नहीं, बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों को भी वैक्सीन का स्टॉक बढ़ाने की जरूरत है।
आज 17 सेंटर पर लगेगी वैक्सीन
15 जुलाई को जिला में 17 सेंटरों पर वैक्सीन लगाई जाएगी। पहली डोज अर्बन पीएचसी राजीव नगर, पीएचसी बोहतवास अहीर, पीएचसी आकेड़ा में लगाई जाएगी। को-वैक्सीन की दूसरी डोज हुडा डिस्पेंसरी सेक्टर-4 रेवाड़ी, नागरिक अस्पताल रेवाड़ी, पीएचसी डहीना, पीएचसी फतेहपुरी, पीएचसी जाटूसाना, सीएचसी मीरपुर, अर्बन पीएचसी कुतुबपुर में लगाई जाएगी। को-वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज पीएचसी टांकड़ी, अर्बन पीएचसी कुतुबपुर, पीएचसी सीहा, पीएचसी बासदुधा, पीएचसी बव्वा, पीएचसी गुडियानी, पीएचसी कसौला में लगाई जाएगी।
कुरूक्षेत्र है रीजनल सेंटर, गुरुग्राम से मिल रही वैक्सीन
प्रदेश के सभी जिलों के लिए कुरुक्षेत्र वैक्सीन का रीजनल सेंटर है। यहीं से सभी जिलों के लिए वैक्सीन की सप्लाई होती है। रेवाड़ी व नारनौल को कुरूक्षेत्र से गुरुग्राम पहुंचने के बाद वैक्सीन मिलती है। गुरुग्राम से ही दोनों जिलों को वैक्सीन का स्टॉक लाना होता है। उप सिविल सर्जन व वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी डॉ. अशोक ने बताया कि जिले में वैक्सीन की कमी है। गुरूवार को वैक्सीन का स्टाॅक खत्म हो जाएगा। आज 3 हजार डोज लगाने का लक्ष्य है। हमारी क्षमता रोजाना 20 हजार डोज लगाने की है। वैक्सीन की कमी रेवाड़ी ही नहीं, बल्कि सभी जगह है।
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