हरियाणा में जल्द ही गोल्डन कार्ड के जरिए 5 लाख रुपए तक का अस्पतालों में फ्री इलाज मिल सकेगा। इस सेवा का 1.80 वार्षिक आय वाले लोगों को लाभ मिलेगा। राज्य में ऐसे लोगों की संख्या करीब 28 लाख है। हरियाणा सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के ऐसे जरूरतमंद परिवारों को लाभ देने की शुरुआत कर रही है।
जिनका नाम वर्ष 2011 के सामाजिक आर्थिक और जातिगत जनगणना (SECC) डाटा में दर्ज नहीं था। ऐसे सभी व्यक्तियों के हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाये जा रहे हैं। CM मनोहर लाल 21 नवंबर को मानेसर में गोल्डन कार्ड वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ कर लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित करेंगे।
वार्षिक आय सीमा बढ़ाई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिक से अधिक गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया करवाने के BPL परिवारों की वार्षिक आय सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। पहले BPL परिवारों की वार्षिक आमदनी सीमा को 1.20 लाख रुपए थी जिसको बढ़ाकर अब 1.80 लाख रुपए कर दिया गया है।
अभी तक 15.50 लाख को मिल रहा लाभ
केंद्र सरकार के मापदंडों के अनुसार हरियाणा में अभी तक 15,51,798 परिवार इस योजना में कवर हो रहे थे, लेकिन हरियाणा सरकार ने योजना का दायरा बढ़ाया, जिसके कारण अब प्रदेश के 28 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इन सब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
580 करोड़ से अधिक के क्लेम दिए गए
हरियाणा में अब तक 28,89,036 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल 715 अस्पताल एम्पैनल्ड हैं, जिनमें 539 निजी अस्पताल और 176 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। इन अस्पतालों के माध्यम से जरूरतमंद व्यक्तियों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। अब तक इस योजना के तहत 5,51,480 क्लेम के दावे किए थे और 580.77 करोड़ रुपए से अधिक के क्लेम दिए गए हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.