हरियाणा फार्मेसी काउंसिल में भ्रष्टाचार:कुमारी सैलजा की हाईकोर्ट जज से जांच करवाने की मांग; विजिलेंस की पंचकूला में छापामारी

हिसारएक वर्ष पहले
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हरियाणा फार्मेसी काउंसिल में विजिलेंस की रेड के बाद और भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने पर मामला गरमा गया है। अब इस मुद्दे पर कांग्रेस और आप ने सरकार को घेरा है। कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा- जजपा सरकार में भ्रष्टाचार ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

बिना खर्ची-पर्ची का नारा देने वाली सरकार की पोल खुलकर सामने आ गई है। मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में कराई जाए। आम आदमी पार्टी हरियाणा ने ट्वीट किया कि काउंसिल में भ्रष्टाचार का खेल हो रहा है। अधिकारी रिश्वत नहीं देने पर फाइल दबा देते हैं। हारकर स्टूडेंट को पैसे देने पड़े थे।

विजिलेंस ने पंचकूला से रिकॉर्ड किया जब्त

हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो हिसार की टीम ने पंचकूला स्थित हरियाणा फार्मेसी काउंसिल सेक्टर 14 पहुंची। टीम काउंसिल के चैयरमैन धनेश अदलखा और रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की गई थी। छापामारी के दौरान कुछ ऐसी फाइलें मिलीं, जिनका पंजीकरण आवेदन के दो दिन बाद ही कर दिया गया।

कई ऐसी फाइलें भी मिलीं, जो पिछले दो साल से लंबित पड़ी थीं। टीम ने कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की। जांच में खुलासा हुआ कि चेयरमैन धनेश अदलखा और उपप्रधान सोहन लाल ने अपने रिश्तेदारों को लगवा कर रखा था। धनेश अदलखा ने कार्यभार संभालते ही एक युवती को कार्यालय में रखा था।

वतन वह खुद ही वहन करते थे। युवती हरियाणा सचिवालय में कार्यरत एक अधिकारी की रिश्तेदार है। हरियाणा राज्य फार्मेंसी कांउसिल में रिश्वत लेकर फार्मेसी का लाइसेंस दिलवाने के मामले में गिरफ्तार सोहन लाल कांसल और दलाल सुभाष अरोड़ा से विजिलेंस ने करीब 1 लाख 86 रुपए बरामद किए हैं।

विजिलेंस ने सोहन लाल से 25 फार्मेसी रिन्युअल प्रमाण पत्र भी बरामद किए हैं। सोहन लाल ने कबूल किया कि उसने 21 विद्यार्थियों से रिन्युअल प्रमाण पत्र के लिए रुपए लिए थे। वहीं सुभाष ने कबूल किया कि उसने 13 विद्यार्थियों से 4 लाख रुपयए लेकर उपप्रधान को दिए थे। सुभाष ने 40 युवाओं के डीफार्मा के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, 12वीं और 10वीं के प्रमाण पत्र भी बरामद लिए थे।

यह है पूरा मामला

हिसार विजिलेंस की टीम ने शनिवार को भिवानी के विद्यानगर कालोनी निवासी एक दलाल को 32 हजार के साथ रंगे हाथों पकड़ा था। हिसार के भागवी निवासी सत्यवान को अपने बेटे के लिए फार्मेसी के लाइसेंस की जरूरत थी। इस पर किसी ने कहा कि वह सुभाष से संपर्क करे। सुभाष ने 32 हजार रुपए की डिमांड की। सत्यवान ने इसकी शिकायत विजिलेंस को दी। विजिलेंस ने सत्यवान को 32 हजार के नोट दिए।

इन नोटों पर पाउडर लगाया गया था। इसके बाद सत्यावान ने सुभाष से संपर्क किया। सत्यावान ने 32 हजार की राशि उसे पकड़ा दी। राशि पकड़ाते ही विजिलेंस की टीम ने सुभाष को पकड़ लिया। हिसार विजिलेंस की टीम ने रविवार को हरियाणा स्टेट फार्मासिस्ट काउंसिल के वाइस प्रेसिडेंट सोहन लाल कांसल को विजिलेंस ने उनके सेक्टर-13 स्थित निवास से हिरासत में लिया है। 40 हजार रुपए की राशि बरामद की।

आरोप है कि फार्मासिस्ट का लाइसेंस बनवाने की ऐवज में पैसे लिए जाते हैं। इसके बाद विजिलेंस ने कांउसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा और रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज करके गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिया।