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कृषि कानून को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। जुबानी जंग भी जोरों-शोरो से चल रही है। हर कोई अपने-अपने तरीके से भाजपा को धमकाने में लगा है। अब पार्टी के अपने ही विधायक भाजपा सरकार को धमकी दे रहे हैं। बागी विधायक एवं पूर्व सांसद अवतार भड़ाना की बात हो रही है।
भड़ाना इस वक्त मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश की मीरपुर विधानसभा से विधायक हैं। वे हरियाणा के फरीदाबाद जिले से कांगेस के सांसद रहे चुके हैं। लेकिन उन्होंने हरियाणा सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि कृषि कानून वापस नहीं लिए गए तो 26 जनवरी को वे मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक को झंडा नहीं फहराने देंगे।
भड़ाना अनंगपुर गांव में अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए वह पूरे देश से अपील कर रहे हैं। सभी जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगा रहे हैं कि वह पार्टी दलों से ऊपर उठकर तथा सत्ता का मोह छोड़कर किसानों का साथ दें।
भड़ाना ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं, 26 जनवरी को सरकार किसानों को आजादी देगी। क्योंकि भाजपा सरकार किसान और मजदूरों ने बनाई है। जिस भी सरकार ने इन पर जुल्म किया है, वह बची नहीं। किसान संयुक्त मोर्चा ने कुछ बॉर्डर पर उनकी ड्यूटी लगाई है और वह उस ड्यूटी को पूरा कर रहे हैं।
ऐसे माहौल में सरकार को इतनी घटिया राजनीति नहीं करनी चाहिए। किसानों ने यह सोच कर भाजपा को शासन सौंपा था कि सरकार उनका भला करेगी, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि यही सरकार उनका गला कटेगी। वह किसान संयुक्त मोर्चा के नेता हैं और मोर्चा ने हरियाणा की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है।
भड़ाना ने कहा की उन्होंने राजनीति देवीलाल से सीखी है। उन्हें अच्छी तरह मालूम है कि सरकार कैसे बनाई और कैसे गिराई जाती है। केंद्र एवं राज्य सरकार की भलाई इसी में है कि वह 26 जनवरी से पहले कृषि कानूनों को वापस ले।
यह है अवतार भड़ाना का राजनैतिक सफर, 4 बार रहे सांसद
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