पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का कत्ल कराने वाला लॉरेंस गैंग का गोल्डी बराड़ पंजाब में फिर खूनखराबे की तैयारी में है। इसका खुलासा हरियाणा के रोहतक में हुई फायरिंग के बाद हुआ है। यहां ट्रक यूनियन में फिरौती न देने पर गोल्डी के गुर्गे मोनू डागर के कहने पर फायरिंग हुई।
जिसके बाद हरियाणा पुलिस मोनू डागर को पंजाब की जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। मोनू डागर भी मूसेवाला के कत्ल में शामिल था। उसने पूछताछ में हरियाणा पुलिस के आगे चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को अलर्ट भेज दिया है।
पहले रोहतक का पूरा मामला जानिए
बीती 2 फरवरी को रोहतक में IMT स्थित भाईचारा ट्रक यूनियन के कार्यालय में 2 बदमाश आए। उन्होंने यूनियन के प्रधान जितेंद्र के बारे में पूछा और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें कार्यालय के मुंशी सुरेश राणा और ट्रक मालिक रामनिवास को गोलियां लगी। यूनियन प्रधान ने शिकायत देकर कहा कि सोनीपत के रहने वाले फरीदकोट जेल में बंद मोनू डागर ने उस पर फायरिंग कराई। मोनू का उसके पास ट्रक यूनियन में हिस्सेदारी के लिए कॉल आई थी।
अब पढ़िए मोनू डागर के 3 बड़े खुलासे
1. हरियाणा पुलिस की पूछताछ में गैंगस्टर मोनू डागर ने बताया कि उसे यह वारदात करने के लिए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने हथियार दिलाए थे। मोनू ने बताया कि यह हथियार पंजाब के राजपुरा, दिल्ली के धौला कुआं और राजस्थान के हनुमानगढ़ से दिलाए गए।
2. इस वारदात के लिए गुर्गे भी गोल्डी बराड़ ने ही दिए। गोल्डी के कहने पर मोनू डागर ने सांघी के सचिन उर्फ तेज व परविंद्र काला और खरावड़ के अंकित समेत एक अन्य शूटर से कॉन्टेक्ट किया। उन्हें ही बताया गया कि कहां-किससे हथियार लेने है।
3. मोनू डागर ने बताया कि IMT गोलीकांड के बाद इन शूटरों का इस्तेमाल पंजाब में होना था। हालांकि पंजाब में गोल्डी बराड़ का अगला टारगेट कौन था, इसके बारे में पुलिस मोनू डागर से राज उगलवा रही है।
मोनू डागर ने ट्रक यूनियन प्रधान को कहा था- शाम तक झटका देख लेना
प्रधान : हेलो, कौन बोल रहा है?
मोनू डागर : मैं बोलू हूं मोनू डागर, मेरी सुन बात ध्यान सै, जो ये ट्रांसपोर्ट का काम करता है तू, इसमें हिस्सा डाल ले
प्रधान : मोनू डागर कौन सा है भाई तू?
मोनू डागर : यू-ट्यूब पर सर्च मार लिए, लॉरेंस गैंग से बोलू हूं, ठीक है, इसमें हिस्सा कर ले
प्रधान : नहीं मेरा पास कै सै?
मोनू डागर : देख ले तेरे पास कै है कै नहीं, अर सुन, शाम तक झटका देखना है तो देख ले
प्रधान : अरे तू कौन सै मैं साझी होना चाह, मेरा पास इतना काम नहीं है?
मोनू डागर : तेरे जो सारा ट्रांसपोर्ट का काम है, उसमें साझा चाहिए, नुकसान कराना चाहता हो तो बता दिए
प्रधान : दिखा दिए भाई झटका दिखाना चाहता है तो, हम तो खुद अपनी गाड़ी चला रहे, मेरे पास इतना काम नहीं, जो दिखाना है दिखा लेना।
मोनू डागर : राजेश सरकारी, काला जठेड़ी भाई है म्हारा
(यह कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी। जिसमें दावा किया गया कि यह ट्रक यूनियन प्रधान और मोनू डागर की है। पुलिस इसे जांच के लिए लैब भेज रही है। दैनिक भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता।)
दिनदहाड़े कराया था मूसेवाला का कत्ल
गोल्डी बराड़ कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस का करीबी है। उसने पिछले साल 29 मई को मानसा के गांव जवाहरके में सिद्धू मूसेवाला की हत्या कराई थी। जिसमें पंजाब-हरियाणा के 6 शूटरों से मूसेवाला को दिनदहाड़े गोलियां मरवा दी। इस केस में पंजाब पुलिस 24 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है।
अफवाह निकली गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी?
मोनू डागर के खुलासे से गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। चर्चा रही थी कि वह कनाडा से अमेरिका के कैलिफोर्निया भाग गया। वहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पंजाब के CM भगवंत मान ने भी इसकी पुष्टि की थी। हालांकि पंजाब के DGP गौरव यादव ने इस पर कभी कुछ नहीं कहा। ऐसे में गोल्डी बराड़ पंजाब में नया खतरा पैदा कर सकता है।
कौन है गोल्डी बराड़?
गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदर सिंह है। वह पंजाब के फरीदकोट का रहने वाला है। पंजाब में पिछले साल मूसेवाला की हत्या के बाद उसका नाम चर्चा में आया। गोल्डी बराड़ ने चचेरे भाई गुरलाल बराड़ के कत्ल में नाम सामने आने के बाद यूथ लीडर गुरलाल पहलवान का कत्ल करा दिया। जिसके बाद उसकी क्राइम की दुनिया में एंट्री हुई। जिसके बाद वह लॉरेंस के संपर्क में आया। फिर वह कनाडा भाग गया। वहां से तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस का पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, NCR और राजस्थान में नेटवर्क चला रहा है। उसके खिलाफ पंजाब पुलिस की सिफारिश पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.