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पोलैंड में अच्छी जॉब के सपने दिखाकर अजरबैजान बाकू भेजे गए युवक के परिवार से 10 आरोपियों ने 13.40 लाख रुपए की ठगी कर ली। अब एक साल से युवक का अता-पता नहीं है। उससे पहले अजरबैजान बाकू पहुंचे दोस्त समेत दो आरोपी इंडिया लौट आए। पूछने पर वे बार-बार बयान बदल रहे हैं। बहन ने एसपी को शिकायत देकर आरोपियों पर केस दर्ज कराया है।
मतलोडा की गायत्री कॉलोनी निवासी सरला वर्मा ने बताया कि 26 वर्षीय भाई विकास मतलौडा में मोबाइल की दुकान चलाता था। दो मतलोडा निवासी नीरज का दुकान पर आना-जाना था। नीरज ने कहा कि वह पोलैंड जा रहा है और वहां पर डेढ़ से दो लाख सैलेरी की अच्छी जॉब मिलेगी। जुलाई में नीरज व प्रदीप चले गए और भाई के पास फोन कर आने के लिए कहा।
नीरज ने प्रदीप व एक अन्य युवक से बात कराई तो उन्होंने भी अच्छी सैलेरी मिलने की बात बताई तो भाई तैयार हो गया। नीरज के कहने पर वह डाबर कॉलोनी के जितेंद्र पुत्र जयप्रकाश व रेरकलां के मुकेश पुत्र हंसराज से मिला। दोनों ने उसे देसराज कॉलोनी के योगेश शर्मा पुत्र नरेश शर्मा, उसकी पत्नी प्रिया, प्रिया के भाई किशन व मनीष बहल व देहरादून के आशीष जेटली से मिलवाया। 25 लाख रु में सौंदा हुआ। अक्टूबर 2019 में भाई को पोलैंड भेजना था। उससे पहले 4 लाख रुपए जितेंद्र व मुकेश व 5 लाख रुपए योगेश व उसके भाई गौरव शर्मा को दे दिए।
पोलैंड की जगह भेजा अजरबैजान बाकू
बहन ने बताया कि अक्टूबर 2019 को पोलैंड भेजने की बजाय भाई विकास को अजरबैजान बाकू देश भेज दिया गया। जहां नीरज व प्रदीप एयरपोर्ट से कमरे पर ले गए। आरोपियों के कहने पर 13 दिसंबर 2019 को 4.40 लाख रुपए अमित शर्मा के खाते में जमा कराए। भाई ढाई लाख रुपए लेकर गया था। आरोप है कि कुछ दिनों में लौटाने की बात कहकर नीरज व प्रदीप ने डेढ़ लाख रुपए उधार ले लिए।
परिजनों की 2 फरवरी 2020 तक भाई से बात होती रही। फिर उसे ईरान से तुर्की जाना था। भाई बोला कि 10 से 15 दिन बात नहीं हो पाएगी। तबसे भाई का अता-पता नहीं है। बहन का आरोप है कि आरोपियों ने उसे गुम करा दिया। अब कोई पता नहीं कि वो जिंदा है या नहीं। मां मानसिक संतुलन खो चुकी है।
विदेश मंत्रालय ने कहा- तुर्की, अंकारा व इरान में नहीं है विकास
बहन ने बताया कि वह एक साल से अफसरों व नेताओं के पास चक्कर काट रही है। विदेश मंत्रालय व एंबेसी में शिकायत दी थी। वहां से पता चला कि विकास ईरान, तुर्की व अंकारा में नहीं है। नीरज व प्रदीप इंडिया लौट आए। पूछने पर कभी बताते हैं कि ईरान से तुर्की बॉर्डर पार करते समय खाई थी, जिसमें गिरने के बाद कोई नहीं मिलता। फिर बताया कि बॉर्डर पार करते समय भीड़ थी। भगदड़ मचने पर पुलिस ने गोली चला दी। दोनों लौटकर कमरे पर आ गए, लेकिन विकास नहीं आया।
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