ददलाना हत्याकांड:शिल्पी कंपनी के 5 अफसराें समेत 17 लाेगाें पर हत्या का केस

पानीपत2 वर्ष पहले
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मृतक संजीव का फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar
मृतक संजीव का फाइल फोटो।

ददलाना गांव में मंगलवार शाम काे लेनदेन के विवाद में चाकू मारकर संजीव की हत्या और उसके परिवार के 3 लाेगाें काे घायल करने के मामले में रिफाइनरी में काम करने वाली शिल्पी इंजीनियरिंग कंपनी के 5 अफसराें वैल्यू, राजन, अतुल, माजी, हरिहरण समेत 17 लाेगाें पर नामजद व 6 अज्ञात हमलवराें के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है।

पुलिस ने मुख्य आराेपी समेत 6 आराेपियाें काे हिरासत में लिया है। बाकी के आराेपियाें की तलाश में छापेमारी जारी है। वहीं, बुधवार सुबह पुलिस ने सिविल अस्पताल में मेडिकल बाेर्ड से संजीव के शव का पाेस्टमार्टम कराया। चचेरे भाई यशपाल राणा ने बताया कि संजीव के 4 चाेट थीं। फेफड़े फटने के बाद खून अधिक बहने से संजीव की माैत हुई है।

पाेस्टमार्टम के बाद गांव में गनगीन माहाैल में संस्कार कर दिया। मुख्य आराेपी गांव के ही रहने वाले हैं। तनावपूर्ण स्थिति काे देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया। संजीव के भाई बलबीर ने बताया कि बुधवार शाम काे डीएसपी ने गांव का दाैरान किया। बताया कि मुख्य आराेपियाें समेत 6 आराेपियाें काे पकड़ लिया है। बाकी आराेपियाें काे भी जल्द पकड़ लेंगे।

ददलाना गांव के यशपाल राणा ने बताया कि रिफाइनरी में काम करने वाली शिल्पी इंजीनियरिंग कंपनी बेटे विक्रांत उर्फ विक्की ने करीब 10 गाड़ियां और करीब 4 मकान किराए पर दिए हैं। खराब लेनदेन के कारण करीब दाे माह पहले कंपनी काे छाेड़ दिया था। मकान खाली कराकर गाड़ी वापस ले ली थी। कंपनी पर 4 से 5 लाख रुपए बकाया था।

रिफाइनरी के अफसराें काे कहा ताे कंपनी ने 7 दिन में भुगतान करने का वादा किया। इसके बाद कंपनी ने गांव के बंटी उर्फ साहिल पुत्र रणधीर और बिरजू पुत्र कल्टर काे भेजा। दाेनाें गांव के थे, इसलिए घर पर आए और बातचीत की। बिरजू के घर पर 2 से 3 बार पंचायत हुई। जहां कंपनी के अधिकारी वैल्यू, राजन, अतुल व माजी ने एक सप्ताह में रुपए देने का वादा किया। एक माह बाद बेटा विक्रांत 13 जुलाई काे रिफाइनरी में रुपए मांगने गया था ताे उसे धमकाकर भगा दिया।

रात करीब 8 बजे आराेपी तलवार, चाकू लेकर घर पर आए। तब यशपाल, उनका बेटा विक्रांत व साला सुंदर कमरे में बैठे थे। आराेपियाें ने विक्रांत व सुदंर पर चाकू से हमला कर दिया और यशपाल काे लात-घूसाें से पीटा। शाेर सुनकर यशपाल के ताऊ का बेटा संजीव और जाॅनी उर्फ जाेरा सिंह आए ताे उनपर भी चाकू से हमला किया। चाकू लगने से विक्रांत, सुदंर, संजीव और जाॅनी घायल हाे गए। उनकाे निजी अस्पताल में ले गए, जहां संजीव काे मृत घाेषित कर दिया।

इन लोगों के खिलाफ हुई एफआईआर

यशपाल राणा की शिकायत पर मतलाैडा थाना पुलिस ने शिल्पी कंपनी के वैल्यू, राजन, अतुल, माजी, हरिहरण, ददलाना के बंटी उर्फ साहिल, बिरजू, बबलू पुत्र पाल, उसके भाई पवन, कुशपाल पुत्र कल्टर, रणधीर पुत्र पाल, राेहित पुत्र बिरजू, अमित उर्फ माेनी पुत्र कुशली, रणधीर के 3 बेटाें लव, कुश और राहुल, लखविंदर उर्फ जाॅनी और 6 अज्ञात लाेगाें पर घर में घुसकर हत्या करने, मारपीट, आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

सुंदर की हालत नाजुक
यशपाल ने बताया कि सुंदर काे कई चाकू लगे हैं। उनकी हालत नाजुक है। वहीं, जाॅनी के पैर, कांख में चाकू लगे हैं। उसके 3 ऑपरेशन हाे चुके हैं। विक्रांत के भी पेट व अन्य जगह चाकू लगे हैं। विक्रांत के भी फेफड़े फटने की बात सामने आ रही है। तीनाें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। मतलाैडा थाना प्रभारी हरविंदर सिंह ने बताया कि आराेपियाें की तलाश कर रहे हैं। अभी किसी काे गिरफ्तार नहीं किया, लेकिन जल्द ही कामयाबी मिल जाएगी।

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