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आज वर्ल्ड हेल्थ-डे एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया का निर्माण की थीम पर मनाया जाएगा, लेकिन पानीपत में लाेग जरूरी सेवाओं के लिए भी तरस गए हैं। 14 लाख की आबादी पर सिर्फ 98 डाॅक्टर सरकारी और 330 निजी डाॅक्टर हैं। यानी हर डाॅक्टर पर करीब 3271 लाेगाें की जिम्मेदारी। ऐसे में कैसेे आसानी से इलाज मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
लोगों को इलाज के लिए अन्य जिलाें में भटकना पड़ता है। पानीपत में 5 सालाें से एक फिजीशियन डाॅक्टर तक नहीं है। फिजीशियन न हाेने के कारण पिछले साल सरकार से मिले 8 वेंटिलेटर भी पड़े-पड़े खराब हाे रहे हैं। 42 कराेड़ रुपए से बने सिविल अस्पताल में आईसीयू तक नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग ने 2020 के मध्य में 10 बिस्तराें के आईसीयू की डिमांड भेजी थी, उसका स्टाफ मिलना ताे दूर, मंजूरी तक नहीं मिली है। ऐसे में मरीजाें काे यहां से रेफर हाेकर खानपुर या राेहतक पीजीआई में ही इलाज कराना पड़ रहा है।
सीएचसी-पीएचसी पर नहीं हाेती डिलीवरी
जिले में 14 लाख की आबादी काे इलाज देने के लिए 27 पीएचसी और सीएचसी बनाई हैं, लेकिन हैरत की बात है कि यहां डिलीवरी तक नहीं हाेती। सीएमओ डाॅ. संतलाल वर्मा ने बताया कि फिजीशियन के लिए लेटर लिख चुके हैं, कई बार रिमाइंडर भी भेज चुके हैं। आईसीयू काे शुरु करने के लिए फिजीशियन सहित अन्य स्टाफ नहीं है।
इधर ब्लड बैंक बनने की उम्मीद बढ़ी
सिविल अस्पताल में पहली मंजिल पर ब्लड बैंक बनाया जाना है। मंगलवार काे ब्लड बैंक के लिए कई मशीन व रेफ्रिजरेटर पहुंचे हैं। इससे पहले भी दाे रेफ्रिजरेटर पानीपत में आ चुके हैं। अब उम्मीद है कि इस साल के अंत तक ब्लड बैंक शुरू हाे जाए और लाेगाें काे ब्लड उपलब्ध हाेने की सुविधा सिविल अस्पताल में ही मिले।
पॉजिटिव- आपकी मेहनत और परिश्रम से कोई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होने वाला है। कोई शुभ समाचार मिलने से घर-परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। धार्मिक कार्यों के प्रति भी रुझान बढ़ेगा। नेगेटिव- परंतु सफलता पा...
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