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कृषि बिलों के विरोध में गुरुवार को किसानों का रेल रोको आंदोलन पानीपत में शांतिपूर्ण रहा। किसानों ने TDI पुल के नीचे रेलवे ट्रैक जाम किया। किसान निर्धारित 4 बजे से 5 मिनट पहले ट्रैक से उठ गए। जबकि पानीपत रेलवे स्टेशन पर खड़ी अमृतसर जाने वाली पश्चिम एक्सप्रेस को 4:41 बजे रवाना किया गया। पश्चिम एक्सप्रेस पानीपत रेलवे स्टेशन पर सवा चार घंटे खड़ी रही। लोको पायलट को करनाल के घरौंडा स्टेशन तक ट्रेन की स्पीड 10 KM प्रतिघंटा से अधिक न करने की हिदायत दी गई।
कृषि बिलों के विरोध में किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर गुरुवार को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम किया गया। पानीपत में किसानों का रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। किसानों ने 12 बजे TDI पुल के नीचे ट्रैक पर डेरा डाल लिया। किसानों के साथ आसपास क्षेत्र की महिलाएं भी शामिल रही।
आंदोलन के दौरान पानीपत रेलवे स्टेशन पर दिल्ली जाने वाली स्टाफ ट्रेन और बांद्रा से अमृतसर जाने वाली पश्चित एक्सप्रेस को रोका गया। स्टाफ ट्रेन पानीपत से ही बनकर चलती है। इसलिए उसमें कोई यात्री नहीं था। जबकि बांद्रा से 12:26 बजे पानीपत पहुंची पश्चिम एक्सप्रेस में हजारों की संख्या में यात्री शामिल रहे। आसपास के यात्री ट्रेन से उतरकर बस के माध्यम से अपनी मंजिल तक पहुंचे। जबकि अधिक दूरी के यात्रियों ने ट्रेन में ही इंतजार किया।
परेशानी के बावजूद किसानों के समर्थन में रहे यात्री
पश्चिम एक्सप्रेस पानीपत रेलवे स्टेशन पर सवा चार घंटे खड़ी रही। परेशानी के बावजूद ट्रेन में सवार 80% यात्रियों ने किसानों के रेल रोको आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने सरकार से कृषि बिल वापस लेने की अपील की।
रोडवेज निगम ने बस स्टैंड तक पहुंचाया फ्री
रोडवेज निगम के SI विनोद शर्मा ने बताया कि GM के आदेश पर रेलवे स्टेशन पर मिनी बस उपलब्ध कराई गई है। आंदोलन के दौरान जो यात्री बस स्टैंड तक जाना चाहते हैं, उन्हें फ्री पहुंचाया गया। ताकि बिना परेशानी के यात्री अपनी-अपनी मंजिल तक पहुंच सके। रेलवे स्टेशन पर खड़ी मिनी बस ने बस स्टैंड के कई चक्कर लगाए।
ट्रेन चलने का सवा चार घंटे किया इंतजार
पानीपत निवासी सरोज अपने बच्चों को रेलवे स्टेशन पर छोड़ने पहुंचीं। उन्होंने बताया कि बच्चों को चंडीगढ़ जाना है, लेकिन उन्हें आंदोलन की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं, अब बच्चे चार घंटे बाद चंडीगढ़ पहुंचेंगे।
6 बजे पहुंचते, अब 12 बजे पहुंचेंगे
जींद के उदय सिंह जालंधर में नौकरी करते हैं। वह परिवार के साथ जींद में शादी में शामिल होने आए थे। गुरुवार को जालंधर जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां किसान आंदोलन की जानकारी हुई। उन्होंने कहा कि वह करीब 6 बजे जालंधर पहुंच जाते, लेकिन अब वहां पहुंचने में 12 बज जाएंगे।
घरौंडा तक 10 की स्पीड में ट्रेन चलाने की हिदायत
पश्चिम एक्सप्रेस के लोको पायलट को करनाल के घरौंडा तक 10KM प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रेन चलाने की हिदायत दी गई। रेलवे को डर है कि कहीं से ट्रैक न उखड़ा हो। ऐसे में कम स्पीड पर ट्रेन को नियंत्रित किया जा सके।
आंदोलन से ठीक पहले निकली भठिंडा एक्सप्रेस
अमृतसर से दिल्ली जाने वाली भठिंडा एक्सप्रेस का पानीपत पहुंचने का समय सुबह 10:37 बजे का है, लेकिन वह गुरुवार को 1 घंटा आठ मिनट की देरी से 11:45 बजे स्टेशन पर पहुंची और दो मिनट रुककर दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
ये ट्रेनें रही मुख्य रूप से प्रभावित
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