हरियाणा के रेवाड़ी के विकल्प फाउंडेशन में बुधवार को बवाल हो गया। परिजनों ने फाउंडेशन के प्रबंधक पर बच्चों को बंधक बनाए जाने के साथ अभद्रता करने और खुलकर धमकी देने के आरोप लगाए।
पानीपत के रहने वाले सुरेश शर्मा ने कहा कि मेरे बच्चे ने टेस्ट क्लीयर किया। उसके बाद सुपर-100 प्रोग्राम के तहत एडमिशन मिला। इसके बाद से ही उनके बच्चों को नहीं मिलने दिया गया। उन्होंने इसकी शिकायत शिक्षा अधिकारी और डीसी को दी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उनके बच्चे को बंधक बनाया हुआ है।
बता दें कि पिछले 4 साल से रेवाड़ी में विकल्प फाउंडेशन के साथ मिलकर शिक्षा विभाग ने सुपर-100 प्रोग्राम चलाया हुआ है। जिसके तहत बच्चों को आईआईटी के अलावा अन्य की तैयारी कराई जाती है। इस बार विकल्प फाउंडेशन में हरियाणा के 400 बच्चे पढ़ रहे हैं। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ उनके रहने और खाने तक की व्यवस्था फाउंडेशन में ही की गई है, लेकिन ज्यादातर परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों से कई माह से मिलने नहीं दिया जा रहा। परिजनों का आरोप है कि प्रबंधक ने एक तरह से बंधक बनाया हुआ है।
अभिभावक बच्चों को वापस अपने घर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री तक को गुहार लगा चुके हैं। बुधवार को भी बड़ी संख्या में परिजन फाउंडेशन में एकत्रित हुए और फिर जमकर हंगामा किया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी नसीब सिंह खुद मौके पर मौजूद रहे, जिनकी मौजूदगी में विकल्प फाउंडेशन के प्रबंधक पर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए।
400 बच्चे पढ़ाई कर रहे
जिला शिक्षा अधिकारी नसीब सिंह ने बताया कि सुपर-100 शिक्षा विभाग का प्रोग्राम है, जो पिछले चार साल से चल रहा है। विकल्प फाउंडेशन के साथ यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है। फिलहाल यह पांचवां बैच है, जिसमें अभी 400 बच्चे पढ़ाई के साथ यही रह रहे हैं। विकल्प फाउंडेशन में 4 साल से बहुत अच्छा रिजल्ट दिया है। कुछ बच्चों के अभिभावकों की शिकायत मिली थी कि उनके बच्चों का दिल नहीं लग रहा, जिसकी वजह से वे यहां नहीं रहना चाहते है। जिसके बाद 4 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी, जिसमें 15 दिन में मीटिंग करनी थी। कुछ बच्चों को रिलीज किया जा चुका है।
अभिभावकों की राय जानने के लिए मीटिंग बुलाई
बुधवार को अभिभावकों की राय जानने के लिए मीटिंग बुलाई थी। परिस्थिति के अनुसार ढलना होता है, लेकिन कुछ बच्चे नहीं ढल पाए। इसमें हमारे डीएसएस और डीएमएस नोडल अधिकारी हैं। वह लगातार निरीक्षण के लिए आते रहते हैं। मैं खुद फाउंडेशन में आता रहता हूं। सभी समस्या का समाधान करेंगे। वहीं विकल्प फाउंडेशन के नवीन मिश्रा ने अभिभावकों के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि उनके पास 400 से ज्यादा बच्चे है। उनसे खुद पूछा जा सकता है कि उन्हें किसी ने बंधक नहीं बनाया हुआ। हमारा काम बच्चों को पढ़ाने का है।
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