हरियाणा में दशहरे के मौके पर रावण के सबसे ऊंचे पुतले का दहन रेवाड़ी में किया गया। यहां बेरली कलां के ग्रामीणों ने खुद रावण का 130 फीट ऊंचा पुतला तैयार किया था। बुधवार शाम को को इसका दहन किया गया। इस पुतले पर करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च हुए।
रेवाड़ी शहर में जिला सचिवालय के पीछे हुडा मैदान में रावण और मेघनाथ के 60 फीट ऊंचे पुतलों का दहन किया गया। यहां घंटेश्वर महादेव मंदिर आदर्श रामलीला कमेटी और मखनलाल धर्मशाला रामलीला कमेटी की तरफ से पुतला लगाया गया। इस दौरान हुए आखिरी युद्ध में 'रावण' को 'राम-लक्ष्मण' ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुतलों के दहन से पहले भीड़ के बीच युद्ध के सीन में रावण बना कलाकार बचने के लिए दौड़ता रहा। राम-लक्ष्मण बने कलाकारों ने उसे मैदान में जमीन पर गिराकर लात-घूंसे बरसाए।
हुडा मैदान में रावण दहन देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। मैदान में पैर रखने तक की जगह नहीं बची। रावण दहन कार्यक्रम को लेकर पुलिस की तरफ से व्यापक इंतजाम किए गए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही। शाम 4 बजे पहले घंटेश्वर मंदिर से शोभा यात्रा शुरू हुई, जो शहर के बाजारों से होते हुए हुडा मैदान तक पहुंची।
इस यात्रा के दौरान हुडा मैदान में श्रीराम और रावण के बीच आखिरी युद्ध हुआ। इसके बाद रावण के पुतले का दहन कर दिया गया।
दूसरी तरफ मखनलाल धर्मशाला रामलीला कमेटी की तरफ से भी हुडा मैदान तक शोभायात्रा निकाली गई। यहां मेघनाद का पुतला जलाया गया।
दरअसल, मंगलवार देर शाम प्रशासन की तरफ से रावण दहन की परमिशन दी गई थी। घंटेश्वर महादेव मंदिर रामलीला कमेटी की तरफ से रोहतक में रावण का पुतला तैयार कराया गया था। बुधवार अलसुबह यह पुतला हूडा मैदान में पहुंचा। इसके अलावा रेवाड़ी शहर में और भी जगह रावण के पुतलों का दहन किया गया। गली-मोहल्लों में कम ऊंचाई के रावण के पुतले खड़े किए गए थे।
बेरली में 6 बजे हुआ सबसे बड़े रावण का दहन
गांव बेरली कलां में स्कूल मैदान में रावण के पुतले का दहन शाम 6 बजे किया गया। खास बात यह है कि जिले का यह सबसे ऊंचा पुतला कहीं बाहर से नहीं, बल्कि ग्रामीणों ने खुद ही तैयार किया था। जिसे देर रात हाइड्रा क्रेन की मदद से खड़ा किया गया था। गांव में ही पुतला तैयार करने की यह मुहिम पिछले 9 साल से लगातार जारी है। हर साल यहां सबसे ऊंचे पुतले का दहन होता है।
80 साल से चली आ रही रामलीला
बेरली कलां गांव के सरपंच सुखबीर सिंह ने बताया कि 80 साल से उनके गांव में रामलीला हो रही है। रावण का पुतला गांव के ही बच्चों और बुजुर्गों ने मिलकर बनाया। इसमें 40 लोगों का ग्रुप शामिल है। रावण का पुतला तैयार करने में करीब डेढ़ लाख रुपए का खर्चा आया है। रामलीला स्थल से स्कूल के मैदान तक शोभा यात्रा निकाली जाएगी। उसके बाद पुतले का दहन होगा।
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