संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) रिजल्ट में 44वीं रैंक पाने वाले तुषार कुमार नाम के दो अभ्यर्थियों के बीच विवाद हो गया। एक हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहने वाले तुषार है तो दूसरे बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार है। दोनों के एडमिट कार्ड में रोल नंबर भी सेम है। दोनों 44वीं रैंक पर खुद का दावा कर रहे है। भागलपुर के तुषार कुमार ने दूसरे तुषार कुमार के एडमिट कार्ड को फर्जी करार दिया है।
इसके साथ ही बिहार के कैमूर (भभुआ) के एसपी को इसकी शिकायत भी दर्ज कराई गई है। वहीं दूसरी तरफ रेवाड़ी निवासी तुषार कुमार इस पूरे मामले को क्लियर करने के लिए गुरुवार को दिल्ली स्थित यूपीएससी के मुख्यालय में पहुंचे है।
पहले दोनों तुषार के एडमिट कार्ड देखिए...
अब जानिए.. दोनों ने क्या दावा किया
रेवाड़ी के तुषार ने कहा - 44वां रैंक मेरा : 2 दिन पहले जब UPSC का रिजल्ट आया तो रेवाड़ी शहर की सत्ती कॉलोनी में रहने वाले तुषार कुमार पुत्र स्वर्गीय बृजमोहन के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। हर तरफ तुषार की काबिलियत की तारीफ होने लगी। क्योंकि तुषार ने 12वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल में की। इसके बाद केएलपी कॉलेज से बीकॉम की और फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इस दौरान उनकी मां और पिता का निधन हो गया। बेहद गरीब परिवार से तालुक रखने वाले तुषार कुमार ने दावा किया कि वह ही वो तुषार है, जिसने यूपीएससी में 44वां रैंक तीसरे प्रयास में पाया है।
बिहार के तुषार बोले- रेवाड़ी वाला गुमराह कर रहा, एडमिट कार्ड फर्जी : बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने रेवाड़ी के तुषार के दावे को गलत और भ्रमित करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड ही फर्जी है, उसे एडिट कर बनाया गया है। उसमें यूपीएससी का वाटर मार्क भी नहीं है।
इतना ही नहीं उसके एडमिट कार्ड पर ना आधार कार्ड नंबर है और उस पर लगे QR कोड को स्कैन करने पर कोई डिटेल नहीं आ रही है। जबकि उनके एडमिट कार्ड पर लगे QR कोड को स्कैन करने के बाद उनके नाम और एड्रस की डिटेल आ रही है।
मैंने कागजात मांगे, हरियाणा वाले तुषार ने नहीं दिए
भागलपुर के तुषार ने बताया कि जब उन्होंने फोन पर हरियाणा के तुषार से बात की। परीक्षा का जब फार्म भरना होता है उस दौरान कई ऐसे कागजात होते हैं, जो उन्होंने हरियाणा के तुषार से मांगे, लेकिन वो नहीं देना चाहता। इसके बाद तुषार ने कैमूर (भभुआ) के एसपी को इससे संबंधित एक शिकायत दी है। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग की है। हालांकि इस पूरे मामले में कौन सही है और कौन गलत, इसका फैसला UPSC ही करेगी।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.