पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
किसानों को सीधा भुगतान करने के विरोध में आढ़तियों की हड़ताल का मंडी में असर दिखाई नहीं दिया। गुरुवार को हैफेड ने 2186 क्विंटल गेहूं खरीदा। हैफेड के परचेज अधिकारी जसवीर हुड्डा ने बताया कि दोपहर से पहले आढ़तियों ने हड़ताल पर जाने की बात कहते हुए गेहूं की ढेरियां बिकवाने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि एजेंसी की ओर से साफ गेहूं ही लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के पैतृक गांव निंदाना के किसान मंडी चालू होने से लेकर 8 अप्रैल तक निंदाना गांव के एक भी किसान का गेहूं नहीं बिक पाया है। मार्केट कमेटी सचिव देवीराम ने बताया कि दोपहर बाद गेहूं की खरीद शुरू हो गई थी। जमाबंदी की प्रक्रिया चलने के कारण निंदाना गांव के किसानों के गेट पास जनरेट नहीं हो रहे।
रोहतक, कलानौर मंडी में व खरीद केंद्रों पर हुई खरीद
आढ़तियों की हड़ताल रोहतक में बेअसर रही। लिहाजा गुरुवार को रोहतक अनाज मंडी सहित कलानौर मंडी सहित खरीद केंद्रों पर गेहूं की खरीद हुई। मंडी कमेटी के ऑक्शन रिकार्डर वीरेंद्र बल्हारा ने बताया कि रोहतक अनाज मंडी में गुरुवार को 168 किसानों को गेटपास जारी किए गए। 17141 क्विंटल गेहूं व 3500 क्विंटल सरसों की खरीद हुई।
कलानौर मंडी में 7739 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान डिंपल जैन ने बताया कि हड़ताल के बाबत आढ़तियों की बैठक करके उनसे सहयोग की अपील की गई थी। कहा कि किसान आंदोलन में बैठे हैं। हड़ताल करने से उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी
पॉजिटिव- आप अपने काम को नया रूप देने के लिए ज्यादा रचनात्मक तरीके अपनाएंगे। इस समय शारीरिक रूप से भी स्वयं को बिल्कुल तंदुरुस्त महसूस करेंगे। अपने प्रियजनों की मुश्किल समय में उनकी मदद करना आपको सुखकर...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.