हरियाणा के रोहतक में MBBS स्टूडेंट ने बाँड पॉलिसी के विरोध में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। शुरुआत में 10 MBBS स्टूडेंट का प्रतिनिधिमंडल भूख हड़ताल पर बैठ गया है। वहीं चेतावनी दी कि अगर जल्दी ही मांग नहीं मानी गई तो अन्य MBBS स्टूडेंट भी भूख हड़ताल पर चले जाएंगे।
इधर, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) ने OPD व वार्ड सेवाएं बंद कर दी हैं। जिस कारण मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आरडीए के चिकित्सक MBBS स्टूडेंट के समर्थन में आ गया है। उन्होंने कहा कि जब तक MBBS स्टूडेंट की मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे ओपीडी व वार्ड सेवाएं बंद रखेंगे। साथ ही 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर मांग पूरी नहीं होती है तो आपातकालीन सेवाएं भी बंद कर देंगे।
नर्सिंग एसोसिएशन के साथ होगी बैठक
MBBS स्टूडेंट अब नर्सिंग एसोसिएशन के साथ की बैठक करेंगे। नर्सिंग एसोसिएशन से भी हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया जाएगा। ताकि हड़ताल को सफल बनाया जा सके। वहीं महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) से भी समर्थन मांगा जा रहा है। साथ ही एमडीयू की कक्षाएं बंद करने का निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा MLA आवास का होगा घेराव
MBBS स्टूडेंट ने निर्णय लिया है कि अब भाजपा MLA का आवास का घेराव किया जाएगा। ताकि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जा सके। MBBS स्टूडेंट का धरना पिछले 24 दिन से जारी है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
MBBS स्टूडेंट के समर्थन में आरडीए
आरडीए प्रधान डॉ. अंकित गुलिया ने कहा कि वे MBBS स्टूडेंट के साथ हैं। सरकार को चाहिए कि MBBS स्टूडेंट पर 40 लाख की फीस गलत तरीके से थोपी गई है। छात्रों के समर्थन में ओपीडी व वार्ड सेवाएं बंद की है। वे मरीजों को परेशान नहीं करना चाहते, लेकिन मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा है।
यह मांगें रखीं
- बॉंड एग्रीमेंट में से बैंक की दखल अंदाजी पूरी तरह से खत्म की जाए।
- साथ ही बॉंड सेवा की अवधि 7 साल से घटाकर अधिकतम 1 वर्ष की जाए।
- ग्रेजुएशन के अधिकतम 2 महीने के अंदर सरकार MBBS ग्रेजुएट को नौकरी प्रदान करें।
- 40 लाख सेवा बॉंड राशि को घटाकर 5 लाख रुपए किया जाए।
- PG कोर्स (MD/MS) के बारे में स्थिति बिल्कुल साफ की जाए।
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