हरियाणा के रोहतक में ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों और पुलिस में झड़प हो गई। सरपंच BDPO ऑफिस पर ताला लगाने पर अड़े रहे। जबकि पुलिस उन्हें रोक रही थी। करीब 10 मिनट तक वहां हंगामा चलता रहा। इस दौरान धक्का-मुक्की में एक पुलिसकर्मी भी नीचे गिर गया। हालांकि उसे चोट नहीं लगी है।
वहीं झड़प के दौरान ब्लॉक प्रधान प्रधान अजय घायल हो गए। उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया है। सरपंचों ने कहा कि वे अपनी जायज मांगों को लेकर तालाबंदी कर रहे हैं। सरकार उनकी मांगों की और ध्यान नहीं दे रही है।
नवीन जयहिंद ने दिया समर्थन
नवीन जयहिन्द अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे सरपंचो के समर्थन में रोहतक के बीडीओ आफिस पहुंचे। जहां नवीन जयहिन्द ने सरपंचों को सोटा भेंट किया और समर्थन दिया। इसके बाद रोहतक के बीडीओ ऑफिस पर सभी सरपंचों ने जयहिन्द संग ऑफिस पर ताला लगाया। हालांकि पुलिस ने रोकने का प्रयास किया।
सरकार ना करे सरपंचों की बेइज्जती
नवीन जयहिन्द ने कहा की 29 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह गोहाना में आ रहे हैं। उनके सामने अपनी मांग रखेंगे तभी कुछ समाधान होगा। सरपंच गांव के सीएम होते हैं। गांव का मान सम्मान स्वाभिमान सरपंच ही होते है, इसलिए सरकार भी उन्हें पूरा मान सम्मान दें और सरपंचों की बेइज्जती करना बंद करें।
सरकार व मंत्री मंडल का दिगाम करें ठीक
पूरे प्रदेश में सरपंचों का हर जिले में विरोध प्रदर्शन जारी है। इसको लेकर नवीन जयहिंद भी अब सरपंचों के साथ खड़े हो गए है। उन्होंने ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि ये सरकार और इनका मुखिया सरपंचों के पीछे पड़ना छोड़ दे। सरकार और अपने मंत्रिमंडल का दिमाग पहले ठीक करे।
अमित शाह की रैली का भी करेंगे विरोध
सरपंचों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती। तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। ब्लॉक पर तालाबंदी करेंगे और ना ही वे अपने काम करेंगे। यहां तक कि अन्य को काम नहीं करने देंगे। 29 जनवरी को गोहाना में अमित शाह की रैली का भी विरोध करेंगे।
सरकार ठेका प्रथा को दे रही बढ़ावा
उन्होंने कहा कि सरपंचों को गांव के विकास के लिए पूर्ण अधिकार दिए जाए। यह सरकार ठेकेप्रथा को बढ़ावा दे रही है। हरियाणा में पहले ही पंचायत चुनाव 2 साल की देरी से हुए हैं और अभी तक किसी भी गांव में विकास कार्य सुचारू रूप से शुरू नहीं हुए हैं। ठेकेदारों ने घटिया किस्म का मेटीरियल इस्तेमाल किया है। सरकार ठेकेदारों से कमीशन ले रही है, इसलिए अधिकारियों और ठेकेदारों को फायदा दे रही रही।
ई-टेंडरिंग से विकास कार्यों में परेशानी
उन्होंने कहा कि सरपंच सरकार की ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल स्कीम को लेकर सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। विरोध कर रहे सरपंचो का कहा कि ई-टेंडरिंग से गांव के विकास कार्यों में परेशानी होगी। इससे गांव के विकास कार्य समय पर नहीं हो सकेंगे। ई-टेंडरिंग व्यवस्था से गांव के विकास कार्यों में तेजी नहीं आ पाएगी, ठेकेदार अच्छे से काम नहीं करा पाएंगे।
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