हरियाणा के रोहतक जिले में टीचर से मेडिकल इंश्योरेंस के नाम पर 97 हजार से अधिक रुपए ठग लिए गए हैं। ठग ने बैंक कर्मी बनकर फोन पर संपर्क किया और क्रेडिट कार्ड पर इंश्योरेंस देने की बात कही। बदले में टीचर ने पहले से चल रहे इंश्योरेंस की बात कहकर स्कीम को बंद करवाना चाहा तो उसने फोन में एक ऐप डाउनलोड करवाकर धोखाधड़ी का शिकार बनाया।
रोहतक के राजेंद्र नगर निवासी प्रमिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सरकारी टीचर है। 8 सितंबर को मोबाइल पर फोन आया। सामने वाले ने खुद को SBI बैंक से बताया और कहा कि क्रेडिट कार्ड पर मेडिकल इंश्योरेंस हो रखा है, जिसकी 8994 रुपए की किश्त है और अंतिम तिथि भी आज ही है। प्रमिला ने कहा कि सरकारी कर्मचारी होने के चलते पहले ही इंश्योरेंस हो रखा है।
इसलिए उन्हें यह इंश्योरेंस नहीं चाहिए, इसे बंद करवा दें। बैंक कर्मी बनकर बात कर रहे शख्स ने इंश्योरेंस बंद करने के लिए क्विक स्पोर्ट नाम की ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा, टीचर ने ऐप डाउनलोड की। उसने डेबिट कार्ड की फोटो मांगी तो उसके लिए मना कर दिया, लेकिन अंतिम तिथि पर ATM डेबिट कार्ड से पैसे नहीं निकलते, यह सोचकर दे दिया।
इसके बाद जब कार्ड की अंतिम तिथि मांगी तो प्रमिला ने देने से मना कर दिया। इसके बाद सामने वाले ने इंश्योरेंस को बंद करवाने के लिए खुद ही स्कीम डी-एक्टिवेट करने के लिए स्वयं के फोन से ही मैसेज भेजने के लिए कहा। इसके बाद डेबिट कार्ड का पिन नंबर मैसेज करवाया और 65000 रुपए खाते से कट गए। जब इस बारे में कहा तो वापस आने की बात कहकर दिलासा दिया।
पैसे वापसी के चक्कर में ठगी गई
अपने 65 हजार रुपए वापस पाने के लिए क्रेडिट कार्ड की फोटो भेजनी पड़ी, लेकिन क्रेडिट कार्ड से 2934 रुपए कट गए। बेटे के क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर आरोपी ने 29 हजार 681.5 रुपए का लोन ले लिया। कुल मिलाकर अलग-अगल तीन ट्रांजेक्शन में कुल 97 हजार 615 रुपए की ठगी हुई, जिसकी शिकायत पीड़िता ने पुलिस को दे दी। पुलिस ने भी करीब एक सप्ताह बाद मामला दर्ज किया है।
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