हरियाणा में कोरोना के बढ़ते केस और सरकार की पाबंदियों के चलते वेडिंग सीजन पर इस बार भी काफी असर पड़ता नजर आ रहा है। पिछले दो साल में कोरोना इफेक्ट के चलते मैरिज कारोबार से जुड़े लोगों को करोड़ों का नुकसान हो चुका है। तीसरे साल जिस तरह से कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है, इससे लग रहा है कि इस बार भी नुकसान ही होगा।
लोगों को डर है कि सरकार और भी सख्त पाबंदी लगा सकती है। यही वजह है कि पहले बुक मैरिज गार्डन, कैटरर्स, बैंक-घोड़ी आदि की बुकिंग कैंसिल होने लगी हैं। जबकि मल मास खत्म होने के बाद 15 जनवरी से शादियों का सीजन शुरू होने वाला है। इस सीजन में रेवाड़ी में करीब 600 शादियां होनी हैं।
वहीं रेवाड़ी जिले में पिछले 8 दिनों के अंदर 66 एक्टिव केस मिल चुके हैं। 40 केस अकेले शहर में एक्टिव हैं। प्रदेश की बात करें तो लगातार कोरोना और नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस में बढ़ोतरी हो रही है। हरियाणा सरकार ने 1 से 9 जनवरी तक रात 11 से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू के साथ शादी समारोह में अधिकतम 100 और अंतिम संस्कार में 20 लोगों के शामिल होने के आदेश दिए हुए हैं। सरकार की पाबंदी के बावजूद प्रदेश में लगातार पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। इससे लोगों को लग रहा है कि यह पाबंदियां आगामी दिनों में और भी सख्त हो सकती हैं, जिसके चलते या तो लोग शादियों को स्थगित कर रहे हैं या फिर छोटा कार्यक्रम करने पर मजबूर हैं।
जनवरी से मार्च तक 600 शादियां
मालमास 15 जनवरी को खत्म हो जाएगा। 16 जनवरी को शादियों के लिए पहला मुहूर्त है और इसी दिन से शहनाइयां गूंजने लगेंगी। लेकिन इस बार शहनाइयों की गूंज पहले की तरह फीकी भी हो सकती है। रेवाड़ी जिले में 16 जनवरी से मार्च तक 600 शादियां होनी हैं। 16 से 23 जनवरी के बीच होने वाली अधिकांश शादियों के लिए लोगों ने शादी के कार्ड छपवाने के साथ ही कैटरर्स, घोड़ी-बैंड, मैरिज गार्डन सबकुछ बुक किया हुआ है, लेकिन सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, अभी 100 लोग ही शादी समारोह में शामिल हो सकते हैं। लोगों को डर है कि शादियों का सीजन शुरू होने के बाद पाबंदी और भी सख्त होगी। अगर शादियों में 100 लोगों की लिमिट बनी रही तो मैरिज गार्डन में शादी की जा सकती है। मगर लिमिट कम होने की सूरत में कार्यक्रम भी छोटे हो जाएंगे।
5 दिन में 22 बुकिंग कैंसिल
रेवाड़ी शहर में 30 से ज्यादा मैरिज गार्डन हैं, इनमें रॉयल गार्डन, गणपति गार्डन, शिवम गार्डन, दीनदयाल पैलेस, सूरज गार्डन जैसे बड़े समारोह स्थल हैं, जिनमें नवंबर से ही आगामी सीजन की बुकिंग शुरू हो गई थी। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर ने मार्च तक की बुकिंग पर संकट डाल दिया है। पिछले 5 दिनों के भीतर 22 बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं। कैंसिल होने वाली बुकिंग फरवरी और मार्च की हैं। मैरिज गार्डन के संचालकों के दिल में भी डर है कि कहीं जनवरी में होने वाली शादियों की बुकिंग कैंसिल न हो जाए। जनवरी की बुकिंग अभी इसलिए कैंसिल नहीं हुई है, क्योंकि शादियों में सरकार की तरफ से अभी 100 लोगों को शामिल करने की अनुमति दी गई है।
21 जनवरी को बहन की शादी, कार्ड भी छपवा लिए
शहर में भाड़ावास रोड पर रहने वाले राकेश के अनुसार, उनकी बहन की शादी 21 जनवरी को है। शादी की तैयारियों की बात करें तो मैरिज गार्डन, कैटरर्स, बैंड-घोड़ी, सबकुछ नवंबर में ही बुक कर चुके हैं। शादी के कार्ड भी छप चुके हैं, लेकिन अब कोरोना के चलते सरकार ने पाबंदियां लगाई हैं, जिसकी पालना करते हुए ही शादी समारोह किया जाएगा। अभी 100 लोगों की लिमिट है। अगर कम हुई तो फिर उसी हिसाब से शादी समारोह तय किया जाएगा।
कार्ड की प्रिटिंग रुकवाई
शहर के विजय नगर में रहने वाली प्रियंका ने बताया कि उनकी 12 फरवरी को शादी है। रिश्ता पंजाब में हुआ है। पहले शादी का प्रोग्राम रेवाड़ी में ही करने का था। कुछ दिन पहले ही कार्ड छपवाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब कार्ड की प्रिटिंग नहीं कराई है। सरकार की नई गाइडलाइन का इंतजार है। उसी हिसाब से शादी की तैयारी की जाएगी।
जनवरी की 2 बुकिंग कैंसिल हुई
रॉयल गार्डन के संचालक सुभाष ने बताया कि जनवरी से लेकर मार्च तक उनके गार्डन के लिए काफी बुकिंग हो चुकी हैं। 16 से लेकर 31 जनवरी तक 5 बुकिंग हुई थी, जिनमें से 2 कैंसिल हो चुकी हैं। 25 लाख रुपए सालाना किराए पर गार्डन लिया हुआ है। 2020 के बाद से शादियों पर पाबंदियां लग रही हैं, जिसके चलते 50 लाख से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा लिए गए फैसले सराहनीय हैं, लेकिन सरकार कोई ऐसी तैयारी करे, जिससे मैरिज गार्डन संचालक भी अपना और उनके पास काम करने वाले लोगों के परिवारों का पेट पाल सकें। हम कोरोना की हर गाइडलाइन की पालना करने को तैयार हैं।
10 बुकिंग कैंसिल हुई
शहर के शिवम गार्डन के संचालक नरेन्द्र यादव ने बताया कि उन्होंने 15 लाख रुपए सालाना किराए पर मैरिज गार्डन लिया हुआ है। पिछले 2 साल से किराया तो छोड़ो उनके पास काम करने वाले लोगों को वेतन देना भी मुश्किल हो रहा है। मार्च तक उनके पास 30 बुकिंग हो चुकी हैं, लेकिन अफसोस इस बात का है कि 10 कैंसिल भी हो गई हैं। इनमें ज्यादातर बुकिंग फरवरी और मार्च की हैं। बुकिंग कैंसिल कराने वाले लोगों का कहना है कि फरवरी से मार्च में स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है। सरकार की नई गाइडलाइन के हिसाब से ही आगामी कार्यक्रम बनाएंगे। नरेन्द्र ने सरकार से गुजारिश की कि बड़े मैरिज गार्डन में सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना की गाइडलाइन की पालना हो सकती है। सरकार पाबांदियों पर थोड़ी छूट दे। चाहे तो किसी अधिकारी की ड्यूटी मैरिज गार्डन की मॉनिटरिंग पर भी लगाई जा सकती है। हम सरकार के हर आदेश का पालना के लिए तैयार हैं।
20 में से 5 बुकिंग कैंसिल
गणपति गार्डन के संचालक कपिल ने बताया कि कोरोना ने सभी पर संकट डाला है। लेकिन पिछले 2 साल से अगर सबसे ज्यादा इससे कोई प्रभावित हुआ तो वह मैरिज गार्डन संचालक हैं। जनवरी से फरवरी के बीच हमारे पास 20 बुकिंग हो चुकी हैं। पिछले 4 दिन में 5 बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं। मैरिज गार्डन छोटी जगह में नहीं, बल्कि कई एकड़ जमीन पर बने हैं। जहां सोशल डिस्टेंसिंग की पालना असानी से हो सकती हैं। सख्त पाबंदियों से लोग छोटी जगह पर शादियां करने पर मजबूर होंगे। संकट के समय में सरकार को मैरिज गार्डन संचालकों को भी कुछ राहत देनी चाहिए, जिससे लोगों की शादी की खुशियां भी बनी रहें और हमारा नुकसान होने से भी बच जाए, क्योंकि एक अकेले मैरिज गार्डन से कई परिवारों का घर चलता है। हमारे यहां काम करने वाले लोगों को वेतन देना भी मुश्किल हो गया है।
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