हरियाणा के दो जिलों रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ में डेंगू का फैलाव शुरू हो चुका है। दोनों जिले में अभी तक डेंगू के 57 केस सामने आ चुके हैं। तेजी के साथ बढ़ते डेंगू मरीजों की संख्या को लेकर दोनों ही जिलों में बड़े स्तर पर जांच के अलावा फॉगिंग का काम चल रहा है।
वहीं दूसरी ओर कुछ निजी अस्पतालों में डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है। डेंगू के अलावा इस सीजन में मलेरिया के केस भी बढ़े हैं। तकरीबन घरों में लोग वायरल से ग्रस्त हैं। मौसम में हुए बदलाव के बाद बुखार, खांसी, जुकाम सामान्य बीमारी बनकर उभरे हैं। इनमें काफी लोग डेंगू व मलेरिया से भी ग्रस्त हैं। रेवाड़ी में बड़े स्तर पर उन जगहों की जांच की जा रही है, जहां पर डेंगू मच्छर पनप रहे हैं। डेंगू का लारवा पाए जाने पर बहुत से लोगों को नोटिस भी दिया गया है।
दरअसल, इस बार मानसून सीजन काफी लंबा खींच गया है। सितंबर में अच्छी बारिश हुई है। बारिश ज्यादा होने से जलभराव भी हुआ है, जिसकी वजह से 4 साल के बाद डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। लगातार बढ़ रहे डेंगू व मलेरिया के केस से स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। 2 दिन पहले ही डीसी यशेन्द्र सिंह डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बैठक भी ले चुके हैं। जिसमें डेंगू मच्छर पनपने वाली साइट की जांच करने के अलावा इलाज से संबंधित आदेश भी दिए जा चुके हैं।
महेन्द्रगढ़ में 46 व रेवाड़ी में 11 केस
महेन्द्रगढ़ व रेवाड़ी दोनों ही जिले साथ लगते हैं। महेन्द्रगढ़ में अभी तक 2 माह के दौरान 46 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं, जबकि रेवाड़ी में डेंगू के 11 केस कन्फर्म हुए हैं। इनमें 10 केस अकेले सितंबर माह में सामने आए हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों में बहुत से डेंगू के संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा है, जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसलिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही लारवा पनपने वाली जगह की भी जांच की जा रही है, जिससे समय रहते डेंगू की बीमारी पर कंट्रोल किया जा सके।
1 लाख 85 हजार जगह जांच
रेवाड़ी जिले में डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 1 लाख 85 हजार साइट की जांच की, जिसमें अभी तक 1280 जगह पर डेंगू के लारवा मिले है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने लारवा मिलने पर साढ़े 11 हजार लोगों को नोटिस भी जारी किए हैं। लोगों को चेतावनी भी दी गई है।
ठहरे पानी में पनपनता है मच्छर
डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर ठहरे पानी में अंडे देते हैं। अंडा देने के 7 दिन के दौरान लारवा और 9 दिन के अंदर वह मच्छर बनकर उड़ जाते है। ऐसे में साफ सफाई रखकर सूखा छोड़ा जाए तो मच्छर नहीं पनप सकते। इसलिए पानी को ज्यादा दिन न छोड़े। पानी का टैंक हो या फिर होद समय पर उनकी सफाई करते रहना चाहिए। इसके साथ ही नालियों में भी पानी जमा न होने दे, ताकि मच्छर पनप ही न सके।
डेंगू को लेकर सावधानी बरतें
रेवाड़ी एसएमओ डॉ. विजय प्रकाश के अनुसार, डेंगू को लेकर सावधानी बरतने के साथ ही साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि डेंगू के मरीज को शुरुआती तीन दिन तेज बुखार होता है। इस समय में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होगी। बीपी व पल्स जांच कराने के साथ ही विशेषज्ञ को दिखाकर सही इलाज कराएं, जिससे डेंगू से बचा जा सके। खान-पान पर विशेष ध्यान दें। प्राइवेट अस्पतालों को उनके यहां पहुंचने वाले डेंगू के संदिग्ध मरीजों का डाटा देने के निर्देश जारी किए हुए हैं।
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