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भौंडसी जेल में पूर्व फौजी की खुदकुशी में खुलासा:बेटे का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराए जाने की बात से परेशान था राय सिंह, सुसाइड से पहले करता रहा सोने की कोशिश

रेवाड़ी/गुरुग्राम2 वर्ष पहले
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हरियाणा की गुरुग्राम जेल में 4 लोगों की हत्या के आरोपी राय सिंह द्वारा सुसाइड करने के मामले में कुछ खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला है कि राय सिंह आत्महत्या से पहले पूरी रात अपनी बैरक में सोने की कोशिश करता रहा, लेकिन वह सो नहीं पाया और करवटें बदलता रहा। जब साथी कैदी सो गए तो उसने सुसाइड कर ली। जेल सूत्रों के अनुसार, राय सिंह पिछले कुछ दिनों से इस बात को लेकर परेशान था कि एसआईटी उसके बेटे का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की तैयारी में है। खास बात यह है कि इस मामले में पुत्रवधु के परिजन लगातार पुलिस जांच पर सवाल उठाते रहे हैं।

चार लोगों की हत्या की थी मृतक ने

बता दें कि 23 अगस्त की रात राजेन्द्र पार्क एरिया में रहने वाले रिटायर्ड फौजी राव राय सिंह ने अपनी ही पुत्रवधु 35 वर्षीय सुनीता यादव, मकान में ही किराए पर रहने वाले 40 वर्षीय कृष्ण तिवारी, उसकी पत्नी 34 वर्षीय अनामिका व 6 साल की बेटी सुरभि व 3 साल की विधि पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया था। इसमें विधि को छोड़कर बाकी चारों की मौके पर ही मौत हो गई थी। कत्ल करके राव राय सिंह खुद ही हथियार लेकर पुलिस थाना पहुंचा था। गिरफ्तारी के बाद से वह गुरुग्राम की भौंडसी जेल में बंद था।

मृतक राव राय सिंह का फाइल फोटो।
मृतक राव राय सिंह का फाइल फोटो।

पूछा तो बोला- पूरा परिवार बर्बाद हो गया

राव राय सिंह ने इस हत्याकांड को अवैध संबंधों के शक के चलते अंजाम दिया था। जेल में पहुंचने के बाद वह एक दिन भी चैन की नींद नहीं सो पाया। शनिवार को उसे पता चला था कि इस हत्याकांड में पुलिस जल्द ही उसके बेटे आनंद का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराएगी। यह पता चलने के बाद वह और बैचेन हो गया था। उसके बाद वह एक रात नहीं सो पाया। एक बंदी ने राव राय सिंह से नींद न आने और 4 हत्याएं करने का कारण पूछा तो उसने जवाब दिया था कि पूरा परिवार ही बर्बाद हो गया।

सुसाइड से पहले कुछ पल झपकी आंखें

राय सिंह पिछले चार दिनों से गुमसुम था। पहले वह साथ में बंद कैदियों से बात भी कर लेता था, लेकिन अब वह अकेला ही बैठा रहता था। साथ ही खाना भी कम ही खाता था। राय सिंह के साथ बैरक में बंद कैदियों ने पुलिस को बताया कि सुसाइड से पहले रात को अन्य सभी कैदियों की तरह वह सो गया था। रात करीब 1 बजे फिर से उठा तो बैठ गया। कुछ देर बाद लेटा तो जरूर, लेकिन बार-बार करवटें ही बदलता रहा। इस बीच बैरक में रहने वाले अन्य कैदी सो गए तो राय सिंह ने गमछे से फंदा लगा लिया।

राव राय सिंह के सरेंडर करने के बाद पुलिस घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने पहुंची थी।
राव राय सिंह के सरेंडर करने के बाद पुलिस घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने पहुंची थी।

सीबीआई जांच की मांग कर रहे परिजन

पुत्रवधु सुनीता व किराएदार कृष्ण तिवारी के परिजन इस मामले में पुलिस की जांच पर घटना वाले दिन से ही सवाल उठाते रहे हैं। इसलिए मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। वहीं परिजन पहले दिन से ही सीबीआई जांच की मांग भी कर रहे है। परिजनों का तर्क है कि पांच लोगों पर एक साथ हमला कोई अकेला नहीं कर सकता है। अब पुलिस के लिए राव राय सिंह की आत्महत्या नई पहेली बन गई है।

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